नई दिल्लीः देशभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 1 करोड़ के पार पहुंच गया है. कोरोना संक्रमण के शुरुआती समय में देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था जिसके कारण राजधानी दिल्ली के कई बड़े रेस्तरां को बंद कर दिया गया. वहीं अनलॉक की प्रक्रिया के तहत कई रेस्तरां को खोला गया, लेकिन कोरोना वायरस के कारण ग्राहकों की कमी झेल रहा यह क्षेत्र काफी बुरे दौर से गुजर रहा है. अंदरूनी सूत्रों ने भविष्यवाणी की है कि दिल्ली-एनसीआर में 40 प्रतिशत से ज्यादा रेस्तरां अंततः बंद हो जाएंगे.
बंद हो रहे रेस्तरां
जून में महामारी के बीच दिल्ली में कैफे टर्टल ने अपने खान मार्केट आउटलेट को बंद करने की घोषणा की थी. उस समय रेस्तरां के बंद होने की यह एक श्रृंखला की शुरुआत थी. इसके बाद दिल्ली के कई बड़े रेस्तरां स्मोक हाउस डेली से चाइना फेयर तक को बंद करना पड़ा. कनॉट प्लेस में नए खुले जापानी रेस्तरां फ़ूजी और गरम धरम को भी भारी किराये और लगभग शून्य बिक्री के कारण बंद करना पड़ा. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में दिल्ली-एनसीआर में 40 प्रतिशत से ज्यादा रेस्तरां को बंद किया जा सकता है.
कोरोना की मार झेल रहा रेस्तरां उद्योग
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाया गया लॉकडाउन की मार राजधानी के संपन्न रेस्तरां उद्योग में सबसे ज्यादा पड़ी. चाइना फेयर और कैफे टर्टल दोनों ने नए पतों पर, भले ही बाजार में वापसी की घोषणा कर दी है, लेकिन कोरोना संक्रमण के लगातार सामने आ रहे मामले लोगों को घर पर बैठने को मजबूर कर रहे हैं.
40 प्रतिशत रेस्तरां हो सकते हैं बंद
सरकार ने जून में रेस्तरां को फिर से खोलने की अनुमति दे दी थी. फिलहाल अधिकांश किराये के विवाद के कारण दिल्ली-एनसीआर में रेस्तरां को बंद ही रहना पड़ा. जबकि खान मार्केट, हौज़ खास विलेज और कनॉट प्लेस में लॉकडाउन के दौरान किराए में कटौती की उम्मीद थी. वहीं इस बीच नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने कहा कि दिल्ली में 40% से अधिक रेस्तरां अंततः बंद हो जाएंगे.
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