रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से पूरे देश की जनता से आज कोरोना वायरस से लड़ने और उसे रोकने के लिए जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी उसका असर देश के लगभग सभी हिस्सों में देखने को मिल रहा है.


बात अगर झारखंड की करें तो जनता कर्फ्यू के एक दिन पहले से ही यहां बन्द जैसी स्थिति बनी हुई थी और आज तो पूरी तरह से इसका असर भी देखने को मिल रहा है. झारखंड की राजधानी रांची शहर के सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक माने जाने वाले फिरायालाल चौक, मेन रोड, कचहरी रोड समेत लगभग सभी हिस्सों में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर देखने को मिल रहा है.


बात अगर झारखंड के दूसरे शहरों जैसे जमशेदपुर, पलामू, गुमला या दुमका की करें तो इन जगहों पर भी जनता कर्फ्यू का असर है. खास बात ये है कि झारखंड के ज्यादातर इलाके आदिवासी बाहुल्य हैं और जनता ग्रामीण इलाकों में ज्यादा रहती है.


ऐसे में लोगों के मन में शंका ये भी थी कि प्रधानमंत्री मोदी का संदेश झारखंड की ग्रामीण जनता तक पहुंच भी पायेगा या नहीं लेकिन आज जनता कर्फ्यू की तस्वीरों से साफ पता चलता है कि कोरोना से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री की ये अपील ना सिर्फ राज्य के सभी हिस्सों में पहुंची है बल्कि लोगों ने इसे हाथोंहाथ लेते हुए कोरोना से लड़ने की इस मुहिम में बढ़चढ़कर हिस्सा भी लिया है.


सुबह 10 बजे तक कि रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड के ज्यादातर हिस्सों में सन्नाटा पसरा हुआ है. शनिवार को एबीपी न्यूज़ ने झारखंड की राजधानी रांची के लोगों से बातचीत कर रविवार के जनता कर्फ्यू की तैयारियों के बारे में भी पूछा था तो ज्यादातर लोगों का कहना था कि वो जनता कर्फ्यू में प्रधानमंत्री के साथ हैं क्योंकि ये कोई व्यक्तिगत अपील नहीं बल्कि हमें सुरक्षित रखने के लिए ही उठाया गया कदम है.


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