कारगिल: कारगिल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद प्रशासन सचेत है. प्रशासन ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. वही कारगिल के धार्मिक संगठनों ने मस्जिदों में सामूहिक नमाज को भी फिलहाल बंद करने का फैसला किया है. प्रशासन ने पहले ही सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं. अब कोर्ट और लाइब्रेरी को भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
कारगिल के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने एक आदेश जारी कर जिले के सभी कर्मचारियों को अपनी अपनी ड्यूटी पर वापस लौटने के आदेश दिया है. आदेश में मैटरनिटी, चाइल्ड केयर और मेडिकल छुट्टी पर गए लोगों को छोड़ बाकी सब की छुटियां रद्द करके वापस अपने अपने दफ्तर लौटने को कहा गया है.
खास तौंर पर सांखू के इलाके के सभी अधिकारियों को तुरनत लौटने को कहा गया है. मंगलवार को कारगिल के जिस व्यक्ति का टेस्ट पोस्टिव आया है वह सांखू का ही रहने वाला है. अभी भी गांव के कई लोगो की टेस्ट रिपोर्ट आने बाकी हैं जिन में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मां हैं.
वहीं कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कारगिल के प्रमुख शिया संगठन अंजुमन जमात-ए-उलमा अशारिया ने पूरे कारगिल में जुम्मे की नमाज के साथ साथ मस्जिदों, दरगाहों और इमामबाड़ों में सभी धार्मिक समारोह न करने का फैसला किया है. यह फैसला कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रशसन की मदद करने के इरादे से लिए गया है.
इन सब से साथ साथ संक्रमण को रोकने के लिए शिक्षा विभाग और लाइब्रेरी डिपार्टमेंट ने भी सभी पब्लिक लाइब्ररी को लोगो के लिए बंद करेने के भी आदेश दिए हैं. वहीं कारगिल बार असोसिएशन ने भी कोर्ट के अंदर सभी तरह के काम रोकने का फैसला लिया है. वकीलों और स्टाम्प वेंडर ने अपने चैम्बर को 25 मार्च तक बंद करने की घोषणा की है. लद्दाख में कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है और पिछले 24 घंटो में तीन नए मामले सामने आने से कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या छह हो गयी है.