नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के क्रम में एक और नया कदम उठाते हुए अब कर्नाटक सरकार ने मोबाइल फीवर क्लीनिक की शुरुवात की है. यह मोबाइल क्लीनिक इससे पहले शुरू लिए गए फीवर क्लीनिक की तर्ज पर ही बनाए गए हैं. फर्क सिर्फ़ इतना है कि आज जिन फीवर क्लीनिक का उद्घाटन हुआ है वो मोबाइल फीवर क्लीनिक है, जो कि कर्नाटक स्टेट ट्रांसपोर्ट बस में बनाए गए हैं. इन बसों में Covid 19 के लिए स्वैब कलेक्शन की सुविधा, सीबीसी, सीआरपी और इएसआर की सुविधा भी कुछ मोबाइल फीवर क्लिनिक्स में है.


अभी के लिए 1 मोबाइल फीवर क्लीनिक की शुरुवात की गई है. आने वाले दिनों में और तीन मोबाइल फीवर क्लीनिक को शुरू किया जाएगा. इसके अलावा मैसूर, मंडया, मंगलौर, रायचूर, तुमकुर, बागलकोट, बेलागावी में भी इसे शुरू किया गया है.


इससे पहले कर्नाटक सरकार ने अनोखी पहल के तहत बेंगलुरू में 96 फीवर क्लीनिक खोले जो कि फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस के तौर पर काम कर रहे हैं. यानी क्लिनिक्स कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्धों के लिए प्रथम संपर्क बिंदु है. अब उसी तर्ज पर ये मोबाइल फीवर क्लीनिक भी होने प्रथम संपर्क बिंदु.


इससे पहले के फीवर क्लीनिक बेंगलूरु में 60 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 36 निजी अस्पतालों में फीवर क्लिनिक शुरू किए जा चुके हैं. कर्नाटक की सरकार ने बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत व गले में खराश की शिकायत वाले लोगों से फीवर क्लिनिकों में जांच कराने की अपील की थी. जिसमें बुखार और अन्य लक्षण के आधार पर लोगों को वर्गीकृत किया जाता था और कोविड अस्पताल में रेफर किया जाता था, लेकिन वहीं अब इन मोबाइल फीवर क्लीनिक में कोरोना वायरस के स्वैब टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।