Kerala Corona Cases: पिछले कुछ दिनों से भारत में आ रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामलों में से ज्यादातर केरल से रिपोर्ट हो रहे हैं. केरल में बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने छह सदस्यों की एक टीम भेजी थी जिसने वापस लौटने पर अपनी रिपोर्ट दी. केरल के कई जिलों में दौरा करने के बाद केंद्रीय टीम ने कई खामियां पाई जिसके आधार पर सुझाव दिए गए. एनसीडीसी के डायरेक्टर डॉ एस के सिंह के नेतृत्व में केंद्र की टीम वहां गई थी.
केस कंट्रोल करने के लिए दिए ये सुझाव
केरल में एक्टिव सर्विलांस ठीक तरह से नहीं हो रहा है जिसके बाद एक्सपर्ट टीम ने इसे एक्टिव सर्विलांस बढ़ाने का सुझाव दिया है. साथ ही जिन इलाकों में केस ज्यादा सामने आ रहे है वहां कंटेंटमेंट ज़ोन और बफर जोन बनाने को कहा गया. इसके अलावा कोरोना की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने की भी सलाह दी गई. केंद्रीय टीम ने ये भी पाया कि केरल सरकार ने कोरोना के केस कंट्रोल करने के लिए वहां पर सख्ती लगाई थी. लेकिन इसका भी जमीनी स्तर पर फर्क नहीं हुआ.
एक जिले में टीम ने पाया की RTPCR टेस्ट सिर्फ 20 फीसदी हो रहा था जिसके बाद RTPCR टेस्ट बढ़ाने का भी सुझाव दिया है. कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान में तेजी लाने की जरुरत पर जोर दिया गया. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर ज्यादा जोर देने की सलाह दी गई ताकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का समय पर टेस्ट और कन्टेनमेंट हो सके.
राज्य को सलाह दी गई है कि होम आइसोलेशन को लेकर गाइडलाइंस का सख्ती से पालन हो. साथ ही को-मोर्बिडिटी यानी किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित कोरोना मरीजों को राज्य सरकार की तरफ से बने क्वॉरन्टीन सेंटर में क्वॉरन्टीन करने की भी केंद्र की टीम ने सलाह दी है. इसके अलावा वैक्सीनेशन बढ़ाने की भी सलाह दी गई है.
केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
गौरतलब है कि केरल में कोरोना के केस में काफी इजाफा हुआ है. देशभर में आ रहे कुल केस का पचास फीसदी अकेले केरल है. केरल के 10 जिलों से लगातार केस सामने आ रहे है. ये जिले है मलप्पुरम, त्रिशूर, कोझीकोड, एर्नाकुलम, कोट्टायम, अलाप्पुझा, कासरगोड, पठानमथिट्टा, वायनाड और इडुक्की है. एक्टिव केस की बात करें तो भारत में सबसे ज्यादा 1,65,834 एक्टिव केस केरल में है जोकि भारत के कुल केस का 40.95 फीसदी है.
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