नई दिल्ली: दुनियाभर की सरकारें कोविड-19 महामारी से लड़ने का तरीका ढूढ़ रही हैं. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग इस वायरस के प्रसार को सीमित करने के लिए एक केंद्रीय पहलू है. इसकी मदद से काफी हद तक कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है. 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका जिक्र किया है. यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिर सोशल डिस्टेंसिंग है क्या?
सोशल डिस्टेंसिंग का क्या अर्थ है?
सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब है सोशल दूरी. सोशल दूरी बनाने के लिए इसलिए कहा जा रहा है ताकि तेजी से फैल रहे इस संक्रमण पर रोक लगाई जा सके. सोशल डिस्टेंसिंग ही व्यवहार में वह परिवर्तन हैं जो संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है. एक ही जगह पर कई सारे लोगों का एक साथ जमा ना होना, प्रोग्राम कैंसिल करना इसी का हिस्सा है.
ऐसे प्रैक्टिस करें सोशल डिस्टेंसिंग
एक व्यक्ति के रूप में, आप अन्य लोगों के साथ संपर्क की दर को कम करके संक्रमण फैलने के जोखिम को कम कर सकते हैं. सार्वजनिक स्थानों और अनावश्यक सामाजिक समारोहों से बचना, विशेष रूप से बड़ी संख्या में लोगों या भीड़ के साथ होने वाली घटनाओं से बचना इसी का एक पहलू है.
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए यदि संभव हो तो घर से काम करें, वीडियो कॉल के जरिए मीटिंग में शामिल हों और सार्वजनिक परिवहन के अनावश्यक उपयोग से बचें.
घर पर रहकर भी बरतें ये सावधानियां
अमेरिका, चीन और भारत समेत दुनिया के कई देशों में लोगों को घर से काम करने की सलाह दी गई है. अगर आप भी घर पर रहकर काम कर रहे हैं या फिर छुट्टी का मजा ले रहे हैं फिर भी आपको सावधानी बरतने की जरुरत है. घर पर रहकर भी अगर आप ये सावधानियां बरतते हैं तो आप पर कोरोना का कोई असर नहीं होगा.
हाथ धोते रहें, सैनेटाइजर का प्रयोग करें
अगर आप घर पर हैं तो हाथ धोते रहें. गौरतलब है कि अभी तक कोरोना की कोई दवा या टीक मौजूद नहीं है. ऐसे में अगर आप साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं और बार-बार हाथ धो रहे हैं तो आपको कोरोना से डरने की कोई जरुरत नहीं है. घर पर ही रहकर अगर आप अगर काम कर रहे हैं तो लैपटॉप, मोबाइल और प्रिंटर को छूने से पहले और प्रयोग के बाद हाथ सैनेटाइजर से साफ कर लें. इसके अलावा कोशिश करें कि आपके लैपटॉप और अन्य गैजेट्स को कोई अन्य व्यक्ति प्रयोग न करे.
घर पर ही बनाएं खाना, ऑर्डर करने से करें परहेज
अगर आप घर पर हैं तो घर पर बने खाने का ही प्रयोग करें. बाहर से खाना ऑर्डर करने से बचें. ऑनलाइन ऑर्डर करने से आप बाहर से खाना लेकर आ रहे डिलीवरी बॉय के संपर्क में भी आएंगे और बाहर का खाना खाने से आपके इम्यूनिटी सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है. इसीलिए बेहतर होगा कि आप बाहर से खाना ऑर्डर करने से बचें. घर पर भी खाने में हल्का भोजन और फलों को अधिकता दें.
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
कोरोना की वजह से आप घर पर हैं तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरुरत हैं. घर पर लगातार फ्लोर और दीवारों को साफ करते रहें. अगर आपके घर पर बाहर से कोई वेंडर्स या डिलीवरी बॉय का आना-जाना लगा रहा है तो आपको विशेष ध्यान देने की जरुरत है. कोशिश करें कि आप दिन में दो बार घर की सफाई कर पा रहे हों. सफाई के बाद साबुन से अपने हाथ जरुर धुल लें.
मेडिटेशन या व्यायाम भी करें, पालतू पशुओं से भी रहें दूर
अगर आप लंबी छुट्टी घर पर बिता रहे हैं तो बेहतर कि आप नियमित व्यायाम करते रहें. व्यायाम के अलावा आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं. कोरोना के कारण आप घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं तो आपको व्यायाम और मेडिटेशन होमसिक होने से बचाएंगे. वहीं अगर आपके घर में पालतू पशु हैं तो आपको उनसे भी दूरी बनानी पड़ेगी. कोशिश करें कि आप अपने पालतू पशुओं से दूर रहें. अगर आप उन्हें छू रहे हैं तो उसके बाद अपने हाथ धोना न भूलें.
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 519 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस समय 470 पॉजिटिव मरीज हैं और इनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. 40 मरीज ठीक हो चुके हैं और अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. 519 मरीजों में 476 भारतीय हैं और 43 विदेशी मूल के हैं.