नई दिल्लीः कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से देश में न फैले इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस काम में भी जुटे हुए हैं कि उनके राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या कम से कम हो. इसके लिए मुख्यमंत्रियों ने सभी अधिकारियों को इस कार्य में लगा गिया है. कई मुख्यमंत्रियों ने कोरोना संक्रमित इलाकों को चिन्हित कर इन्हें हॉटस्पॉट घोषित किया है. जिससे जल्द से जल्द इस महामारी पर काबू पाया जाए.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 20 जगहों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया तो वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 जिलों के कई जगहों को कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया है.


मुख्यमंत्रियों के इस कदम के बाद लोगों के बीच 'लॉकडाउन' और 'हॉटस्पॉट' को लेकर मन में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि 'लॉकडाउन' और 'हॉटस्पॉट' में क्या अंतर है.


क्या होता है लॉकडाउन?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. उनके घोषणा के बाद सभी ट्रेन, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान, बसें, स्कूल, कॉलेज समेत सभी प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया है.


सरकार के आदेश के मुताबिक हॉस्पिटल, राशन दुकान, दूध प्लांट और दुकान, पुलिस और मीडिया के अलावा घरेलू जरूरी सामन बेचने वाले दुकान यानि (इसेंसियल सर्विस) को खोलने की छूट दी गई है.


क्या होता है हॉटस्पॉट?


कई राज्यों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्रियों ने अपने स्तर से कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल ने अपने अपने राज्यों में कई इलाकों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया है.


सरकार के मुताबिक हॉटस्पॉट का मतलब है कि जिन इलाकों में संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़े हैं या वहां अधिक संख्या में मरीज पाए गए हैं.


क्या होता है 'लॉकडाउन' और 'सील' में अंतर?


अगर सीधे शब्दों में समझें तो लॉकडाउन में इसेंसियल सर्विस खोलने की छूट दी गई है. जरूरी सामान खरीदने के लिए लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें.


वहीं, सरकार ने जिन इलाकों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित कर सील किया है उसके मुताबिक यहां इसेंसियल सर्विस के तहत आने वाले दुकानों को भी सील कर दिया गया है. जरूरी सामान खरीदने के लिए भी लोगों को घरों से बाहर न निकलने की बात कही गई है.


सील इलाकों में प्रशासन की ओर से मदद मुहैया करवाई जा रही है. प्रशासन जरूरी सामानों की होम डिलिवरी शुरू कर दी है. सरकार के कर्मचारी दरवाजे तक पहुंच-पहुंच कर जरूरी सामान दे रहे हैं.


यूपी में इन इलाकों को किया गया है सील


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 15 जिलों के गम्भीर रूप से संक्रमित क्षेत्रों को सील कर करने का निर्देश दिया है. ये इलाके 15 अप्रैल की सुबह तक सील रहेंगे.


इन 15 जिलों में लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, वाराणसी, शामली, मेरठ, सीतापुर, बरेली, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, बस्ती, सहारनपुर और महराजगंज शामिल हैं.


दिल्ली में इन इलाकों को किया गया है सील


1. गांधीपार्क, मालवीय नगर और पास की प्रभावित गली.


2. गली नंबर 6 एल 1 संगम विहार की पूरी प्रभावित गली.


3. शाहजहानाबाद सोसाइटी, सेक्टर 11, द्वारका.


4. दीनपुर गांव


5. मरकज मस्जिद और निजामुद्दीन बस्ती


6. निजामुद्दीन पश्चिम के जी और डी ब्लॉक.


7. बी ब्लॉक जहांगीरपुरी.


8. गली नम्बर 14, कल्याणपुरी के प्रभावित इलाके.


9. मंसारा अपार्टमेंट, वसुंधरा एन्क्लेव.


10. खिचड़ीपुर की गलियां.


11. गली नंबर 9, पांडव नगर.


12. वर्धमान अपार्टमेंट, मयूर विहार, फेज 1 एक्सटेंशन.


13. मयूरध्वज अपार्टमेंट, आई पी एक्सटेंशन, पटपड़गंज.


14. गली नं. 4, किशन कुंज एक्सटेंशन का प्रभावित इलाक़ा.


15. गली नम्बर 4, कृष्ण कुंज एक्सटेंशन का प्रभावित इलाका.


16. गली नंबर 5, ए ब्लॉक पश्चिम विनोद नगर.


17. जे एंड के, एल और एच पॉकेट, दिलशाद गार्डन


18. जी, एच, जे, ब्लॉक, सीमापुरी


19. दिलशाद कॉलोनी का प्रभावित इलाका.


20. प्रताप खण्ड, झिलमिल कॉलोनी.


आपको बता दें कि देश भर में 5734 लोग संक्रमित है. वहीं इलाज के बाद 473 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना संक्रमित 166 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है.


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