नई दिल्ली: देश में जानलेवा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन और प्रवासी मजदूरों को लेकर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने आज एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. एसएन श्रीवास्तव का कहना है कि प्रवासी मजदूरों को घर जाने से रोकने के लिए सरकार ने इंतजाम किए हैं. ऐसे मजदूरों को अब शेल्टर होम भेजा जा रहा है. स्थिति में पहले से काफी सुधार हुआ है.


प्रवासी मजदूरों पर क्या कहा?


पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा, ‘’प्रवासी मजदूरों पर बल प्रयोग करना ठीक नहीं है. सभी को मिलकर काम करना होगा. सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी पहल की है. सरकार के इंतजामों के बाद से कल स स्थिति सामान्य हुई है.’’ उन्होंने कहा, ‘’मजदूर अभी भी दूध के कंटेनर और माल ढुलाई वाले ट्रकों में छिपकर जाने की कोशिश कर रहे हैं.’’


उन्होंने कहा, ‘’हमने हर जगह चेंकिग करना शुरू कर दिया है. हमने एक-एक डीटीसी बस हर पुलिस स्टेशन में अटैच कर दी है. जब भी एसएचओ पेट्रोलिंग पर जाते हैं तो उनके साथ बस होती है, जिसे भी जरूरत होती है तो उसे लाया जाता है और शेल्टर में रखा जाता है.’’


एसएन श्रीवास्तव ने आगे बताया, ‘’पुलिसवालों को भी कोरोना वायरस से बचान के लिए हमने इंतजाम किए हैं. पुलिसवालों को कहा गया है कि वह लोगों से दूरी बनाकर रखे और समय समय पर हाथ धोते रहें और अपने चेहरों को न छुएं.’’ उन्होंने कहा, ‘’हम आईटी सेल के जरिए हर पुलिसवालों को मैसेज भेजते हैं और सावधानी बरतने को कहते हैं.’’


डॉक्टर्स के साथ दुर्रव्यवहार पर क्या कहा?


डॉक्टर्स के साथ दुर्रव्यवहार को लेकर पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा, ‘’ डॉक्टर्स के साथ दुर्रव्यवहार करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. हमने डॉक्टर्स की परेशानियों को सुनने के लिए नोडिल ऑफिसर नियुक्त किए हैं. जिससे जल्द से जल्द उनकी परेशानियों का हल हो सके.’’


शाहीन बाग धरने पर क्या कहा?


शाहीन बाग के धरने के लेकर पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा, ‘’शाहीन बाग को लेकर हम एकदम क्लियर हैं. सड़क पर हम कोई धरना नहीं होने देंगे. सड़क रोककर धरना देना कानूनन जुर्म है. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि अब सड़क पर कोई धरना नहीं होगा. जो भी धरना होगा, वह कानून के तहत होगा.’’


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