हैदराबाद: रिहाइशी इलाकों में घुसे जंगली जानवर, तेंदुए और कस्तूरी बिलाव ने खूब छकाया
हैदराबाद में तेंदुआ और कस्तूरी बिलाव ने खूब सनसनी बनाए रखी.7 घंटे के रेस्कयू ऑपरेशन के बाद कस्तूरी बिलाव पकड़ में आया.
कोरोना वायरस के कारण लागू हुए लॉकडाउन के बीच जंगली जानवरों की कुछ गतिविधियां सनसनी पैदा कर रही हैं. ये जंगली जानवर जंगलों से निकलकर रिहाइशी कॉलोनी में घुस जा रहे हैं या फिर शहरी क्षेत्र की तरफ कूच करने लगे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा दिखा हैदराबाद में जहां मेलारदेवपल्ली इलाके में तेंदुआ मेन रोड पर आराम करते पाया गया.
बीच सड़क पर आराम करते दिखा तेंदुआ
गुरुवार को हैदराबाद में एक ब्रिज के नीचे राहगीरों ने तेंदुए को आराम करते देखा तो लोग सिहर उठे. उन्होंने नेहरू चिड़ियाघर के कर्मचारियों को सूचित किया. राहगीरों की सूचना पर चिड़िया घर के कर्मचारी तेंदुआ का रेस्कयू करने निकल पड़े. दरअसल लोगों ने तेंदुए को सरेआम आराम करते देखा तो उन्हें उसके घायल होने का शक हुआ. तेंदुए के हरकत ना कर पाने की वजह से भी लोगों का शक गहराता गया मगर चिड़िया घर के कर्मचारियों ने उसके स्वस्थ होने की पुष्टि की.
कस्तूरी बिलाव के देखे जाने से सनसनी
एक वन्य अधिकारी ने बताया कि सड़क पर कुछ देर आराम करने के बाद तेंदुआ निजी खेत में घुस गया. रेस्कयू टीम ने खेत के इर्द-गिर्द जंगली जानवर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. तब जाकर तेंदुआ उनके काबू में आया. दूसरी अन्य घटना में गोलकुंडा किला के नूरानी मस्जिद के प्राचीर पर कस्तूरी बिलाव देखा गया. सूचना देकर वन्य विभाग और नेहरू चिड़ियाघर के कर्मचारियों की दो टीमों को बुलाया गया. मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों ने रेस्कयू अभियान चलाया. रात के 2 बजे शुरू हुआ रेस्कयू ऑपरेशन करीब सात घंटे तक चला. जिसके बाद वन्य कर्मचारियों की पकड़ में कस्तूरी बिलाव आया. आखिरकार उन्होंने उसे चिड़ियाघर भेजकर राहत की सांस ली.
भारत में बने 'कोविड कवच एलिसा' टेस्ट किट को मिली मंजूरी, 69 जिलों के 24000 लोगों का होगा टेस्ट