मुंबई: कोरोना वायरस को लेकर बनी चुनौती के बीच सोमवार को महाराष्ट्र के शिक्षक संघ से जुड़े सदस्यों ने राज्य की शिक्षा मंत्री को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने घर से उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने की अनुमति सरकार से मांगी है. इस संगठन के मुंबई सचिव शिवनाथ दराडे ने बताया कि ट्रेन और बस सेवाओं को बंद कर दिया गया है इसलिए शिक्षकों के लिए स्कूल और कॉलेजों में जाना मुश्किल है ऐसे में उन्हें घरों में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की परमिशन दी जानी चाहिए वह 31 मार्च तक की अनुमति चाहते हैं.


महाराष्ट्र में सारे स्कूल और कॉलेज के शिक्षकों को एहतियातन निर्देश दिए गए हैं कि वायरस के एहतियात अपने घर में रहे सारे स्कूल कॉलेज भी बंद किए गए हैं. शिक्षक इसी बात के आधार पर कह रहे हैं कि एक्जाम के रिजल्ट आने में कोई देरी ना हो इसलिए जरूरी है कि कागज घरों पर चेक किए जाए.


शिक्षक ये भी कह रहे हैं कि उत्तर पुस्तिकाओं को सही से जांचने की जरूरत है और इसके लिए एकाग्रता लगती है छात्रों के संग न्याय करने के लिए इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए.


दुनियाभर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर चार लाख के पास हो गई है, वहीं मरने वालों का आंकड़ा भी 18,000 पार कर गया है. अकेले इटली में एक दिन में 743 लोगों की जान कोरोना वायरस के चलते चली गई है. दुनिया के अलग अलग देशों की बात करें तो चीन में 3277, इटली में 6820, अमेरिका में 775, स्पेन में 2991, ईरान में 1934 और फ्रांस 1100 लोगों के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अमेरिका इस बीमारी का नया केंद्र हो सकता है.


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