संयुक्त राष्ट्रः नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौती से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य का अर्थ “अकेले चलने वाला” भारत बनाना नहीं है. उन्होंने कहा कि देश बहुपक्षीय वैश्विक आर्थिक व्यवस्था का समर्थक है क्योंकि महामारी के कारण सामने आ रही चुनौतियों का सामना बहुपक्षीय और वैश्विक एकजुटता के साथ ही किया जा सकता है.


भारत ने यहां सोमवार को उच्च स्तरीय राजनीतिक फोरम के एक डिजिटल सत्र में सतत विकास लक्ष्यों पर द्वितीय स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा (वीएनआर) प्रस्तुत की. भारत की ओर से वीएनआर प्रस्तुत करते हुए कुमार ने कहा कि महामारी से मुकाबला करने में भारत सरकार ने मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य को अपनाया है.


अपने सम्बोधन में कुमार ने कहा, “इसका यह अर्थ बिलकुल भी नहीं है कि भारत स्वावलंबी या अकेले चलने वाला देश है. हम बहुपक्षीय वैश्विक आर्थिक व्यवस्था के समर्थक देश हैं जिसकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए.” वीएनआर प्रस्तुत करने के दौरान कुमार के साथ नीति आयोग में सलाहकार संयुक्ता समद्दर भी उपस्थित थीं. कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने सभी देशों के लिए बहुत सारी चुनौतियां पैदा कर दी हैं.


बता दें कि भारत में कोरोना के अबतक 8 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. यहां अबतक 878254 संक्रमित मामले सामने आए हैं. जिनमें से 553470 संक्रमित लोग इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं. वर्तमान में भारत में 301609 कुल संक्रमित लोग हैं. वहीं कोरोना संक्रमण से अब तक 23174 लोगों की मौत हुई है. भारत में अबतक तीन राज्यों में कोरोना के लाख से ज्यादा मामले देखने को मिले हैं. जिसमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2 से अधिक मामले सामने आए हैं. वहीं तमिलनाडु और दिल्ली में एक लाख से ज्यादा संक्रमित मामले देखने को मिले हैं.


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