नई दिल्ली: नैनोसेफ सॉल्यूशन नाम के स्टार्टअप ने एक 'एनसेफ मास्क' को बनाया है. यह एक एंटी माइक्रोबिअल मास्क है, जिसे 50 बार तक इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी संस्थापक और सीईओ का कहना है कि यह मास्क 99.2 प्रतिशत बैक्टीरिया को रोकता है और सांस लेने की क्षमता बिना कमजोर किए एएसटीएम मानकों का अनुपालन करता है. नैनोसेफ सॉल्यूशन, फाउंडेशन फोर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर(एफआईआईटी) का स्टार्टअप है. यह आईईटी दिल्ली में स्थापित है.


नैनोसेफ सॉल्यूशन की संस्थापक एवं सीईओ डॉ. अनासुया रॉय ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, 'ये मास्क 99.2 प्रतिशत बैक्टीरियल फिल्टरेशन और सांस लेने की क्षमता के लिए एएसटीएम मानकों का अनुपालन करता है.' उन्होंने कहा, 'इसमें तीन लेयर हैं. इनर लेयर मास्क पहने वाले के संपर्क में रहता है, जोकि हाइड्रोफोलिक कॉटन की लेयर है. बीच की लेयर इसे एंटी-माइक्रोबिअल बनाती है, यह फिल्टर करने वाली लेयर भी है. बाहरी लेयर को वायरस से बचाने के लिए तेल एवं जल निरोधक बनाया गया है.'





डॉ. अनासुया रॉय ने कहा,'इस वक्त हम एक दिन में 5000 मास्क बना रहे हैं लेकिन हम इसे 10000 मास्क तक बढ़ाने जा रहे हैं जोकि अगले 2-3 दिन में संभव हो जाना चाहिए. हम लोग 5 लाख मास्क प्रति महीना बनाने का लक्ष्य निर्धारित करने वाले हैं.' इस मास्क को नेनोसेफ सॉल्यूशन की आधिकारिक वेबसाइट  से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है.


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