भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. आम जन तो आम जन अब स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोग भी इससे पीड़ित होने लगे हैं. कल मध्य प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर की मौत के बाद उनकी सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है. देश में करीब 200 स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवरों में कोरोना पॉजिटिव का मामला उजागर हुआ है.


महाराष्ट्र में 90 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं. पीड़ितों में 9 डॉक्टर और 55 नर्सें शामिल हैं. दिल्ली में करीब 50 स्वास्थ्यकर्मी बीमारी से ग्रसित हैं. 22 स्वास्थ्यकर्मी दिल्ली कैंसर संस्थान, 8 महाराजा अग्रसेन अस्पताल, 2 सफदरजंग अस्पताल, 1 गंगाराम अस्पताल और 1 एम्स के पेशेवर हैं. राजस्थान में 22 डॉक्टर और नर्सों में कोरोना पॉजिटिव के आंकड़े सामने आए हैं. इनमें 18 स्वास्थ्यकर्मी भीलवाड़ा के निजी अस्पतालों के हैं. भीलवाड़ा के एक डॉक्टर में पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया. जोधपुर के एक डॉक्टर और 3 नर्सों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है. उत्तर प्रदेश में 4 स्वास्थ्यकर्मियों में लखनऊ के किंग जॉर्ज अस्पताल के एक डॉक्टर और एक डॉक्टर आगरा के शामिल हैं.


आंध्र प्रदेश में 2 डॉक्टर जबकि अनंनतपुर जिले में 2 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. तेलंगाना के हैदराबाद में एक डॉक्टर दंपति में कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया. बिहार में 8 स्वास्थ्यकर्मियों में 5 मुंगेर अस्पताल के जबकि 3 पटना के शामिल हैं. हरियाणा के गुरुग्राम में एक डॉक्टर और पंचकुला और पानीपत की दो नर्स कोरोना पॉजिटिव हैं. तमिलनाडु में 7 कोरोना पॉजिटिव स्वास्थ्यकर्मियों में शामिल 5 डॉक्टर भी हैं. इसके अलावा चेन्नई में एक न्यूरो सर्जन को वेंटिलेटर पर रखा गया है. कर्नाटक में कलबुर्गी के कोरोना मरीज का इलाज करनेवाला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो गया. पश्चिम बंगाल में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल सिलिगुड़ी के उप अधीक्षक और हावड़ा जनरल अस्पताल के अधीक्षक में कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया.


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