नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की जद में 5 हजार पार कर गई है जबकि मृतकों की संख्या 149 हो गई है. इस बीच सोमवार तक महामारी से होनेवाली मौत को लेकर नया खुलासा हुआ है. अलग-अलग राज्यों के आंकड़ों का अध्ययन कर बताया गया है कि 125 मृतकों की औसत आयु 60 साल थी.


डाटा के आधार पर कोरोना मृतकों का अध्ययन


आयु आधारित मृत्यु दर का अध्ययन 4097 मरीजों की रिपोर्ट को देखकर किया गया. इसमें संक्रमण की पुष्टि हो चुके मरीजों की मौत भी शामिल थी. अध्ययन के दौरान खुलासा हुआ कि आयु बढ़ने के साथ कोरोना संक्रमण से मौत का खतरा भी बढ़ जाता है. 40 साल से नीचे की आयु के 1911 मामलों में मृतकों की संख्या 8 थी. जिसका मतलब ये हुआ कि मृत्यु दर 0.4 फीसद रहा. वहीं 40-60 साल की आयु वाले 1183 मरीजों में मरनेवालों की संख्या 33 पाई गई. उनका मृत्यु दर 2.4 फीसद रहा. 60 साल से ज्यादा आयु के 773 मरीजों में 69 लोगों की मौत हुई.  इससे ये पता चला कि मृत्यु दर का फीसद 8.9 था.


मरनेवालों की औसत आयु 60 साल का पता चला


पुरुषों में 3091 कोरोना के सामने आए मरीजों की मौत की तादाद 80 रही जबकि मृत्यु दर 2.6 फीसद था. इसी तरह 976 कोरोना संक्रमित महिलाओं में 29 मौत का आंकड़ा सामने आया. उनका मृत्यु दर 3 फीसद पाया गया. 6 अप्रैल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना की 4067 की रिपोर्ट दर्ज की गई. वहीं मौत का आंकड़ा 109 रहने से मृत्यु दर का फीसद 2.7 था. डाटा के अध्ययन से ये भी पता चला कि मरनेवालों में ज्यादातर तादाद ब्लड प्रेशर और शूगर के मरीज थे. 56 फीसद मरीज शूगर से जबकि 47 फीसद ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे. हालांकि आंकड़ों से ये ब्लड प्रेशर, शूगर या फेफड़े से संबंधित बीमारी की गंभीरता का पता नहीं चलता है.


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