नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ संकट के बीच देश की आयुध फैक्ट्रियों (Ordnance factory) ने भी चिकित्सकीय जरूरत को पूरा करने की कवायद में अपनी ताकत मिलाने का फैसला लिया है. आयुध फैक्ट्री बोर्ड ने अपनी फैक्ट्रियों में मास्क, ओवरऑल और सेनिटाइजर जैसे चिकित्सा जरूरत के साजो-सामान के उत्पादन का फैसला किया है. साथ ही विभिन्न फैक्ट्री परिसरों में 285 आइसोलेशन वार्ड सुविधाएं भी तैयार करने का निर्णय लिया है.


रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस या COVID-19 संकट के मद्देनजर ओएफबी ने जबलपुर, ईशापोर और कासीपोर, खिड़की, कानपुर, अम्बाझारी, मेडक आदि स्थानों पर स्थित आयुध फैक्ट्रियों में आइसोलेशन वार्ड का प्रवाधान किया है. यह व्यवस्था केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुरूप की गई है. इस बाबत फैसला कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में हुई सचिवों की समिति की बैठक के बाद लिया गया.


इसके अलावा ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में पायलट परियोजना के तौर पर फेस मास्क और चिकित्सकों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट तैयार किए जाएंंगे. इस कड़ी में करीब दो लाख मास्क और 5 हजार ओवरऑल और 5 हजार लीटर सेनिटाइजर तैयार किए जाएंगे. इसके अलावा अन्य केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम एचएलएल लाइफ केयर लिमिटेड के ऑर्डर आवश्यक साजो-सामान बनाए जाएंगे.


रक्षा अधिकारियों के मुताबिक देश की आयुध फैक्ट्रियों में की जा रही तैयारियों उनके अपने परिसरों में रहने वाली आबादी के लिहाज से भी अहम है. लिहाजा तैयारी इस तरह की गई हैं कि आयुध फैक्ट्रियों के अपने क्षेत्र में कोविड-19 का कोई मरीज आता है तो उन्हें स्थानीय स्तर पर ही आइसोलेशन में रखा जा सके.


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