नई दिल्लीः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना का कहर झेल रहे भारत के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता जताकर इंसानियत व भाईचारे की जो मिसाल पेश की है, उसे एक नए मुकाम तक ले जाने की जरूरत है. हमारे अस्पतालों में बेड व ऑक्सिजन की कमी और दम तोड़ते लोगों का मंजर देख एक पड़ोसी मुल्क के हुक्मरान का दिल अगर पसीजता है, तो मान लेना चाहिये कि कायनात ने कोरोना के बहाने ही सही, दोनों मुल्कों को बरसों पुरानी कड़वाहट भुलाकर दोस्ती की एक नई इबारत लिखने का मौका दिया है. 


दुनिया का इतिहास बताता है कि हर त्रासदी अगर विनाश लेकर आती है, तो कुछ नया सृजन करके ही वापस जाती है. हो सकता है कि इस त्रासदी के जरिये भारत-पाक इतने करीब आ जाएं कि वे दक्षिण एशिया में एक ऐसे भविष्य की बुनियाद रखें जो पहले से ज्यादा खुशहाल व ताकतवर हो. हालांकि पाकिस्तान भी इस त्रासदी से अछूता नहीं है. यह अलग बात है कि हमारी तुलना में वहां फिलहाल इसका असर कुछ कम है, लेकिन यह भी सच है कि महामारी को किसी भी मुल्क में अपनी ताकत दिखाने के लिए किसी पासपोर्ट-वीजा की जरुरत नहीं होती.


इमरान खान ने शनिवार को ट्वीट करके भारतीयों के प्रति जो एकजुटता प्रकट की है, उसका एक ही मतलब निकलता है कि भले ही वह हर लिहाज से हमसे कमजोर हों, लेकिन आफ़त की इस घड़ी में वह अपने बड़े भाई का सहारा बनने के लिए तैयार खड़ा दिख रहा है. इसके लिए पाकिस्तान के अवाम की तारीफ़ करनी होगी, जिसने अपने पीएम को यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया कि वे संकट की इस घड़ी में हिंदुस्तान के प्रति न सिर्फ एकजुटता जाहिर करें, बल्कि उसकी मदद के लिए भी आगे आयें. शुक्रवार को पाकिस्तान में  में #WeCantBreathe और #IndiaNeedsOxygen एवं  #IndianLivesMatter जैसे हैशटैग ट्विटर पर जबरदस्त तरीके से ट्रेंड कर रहे थे.


IndiaNeedsOxygen हैशटैग से अब तक 38,000 से अधिक ट्वीट किए जा चुके हैं, जबकि #WeCantBreathe हैशटैग से किए गए ट्वीट की संख्या 74,000 से अधिक है. उसके बाद ही इमरान खान ने शनिवार को ट्वीट किया कि, 'मैं भारत के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहता हूं, वे कोरोना की खतरनाक लहर से लड़ रहे हैं. हम हमारे पड़ोस और दुनिया में महामारी से पीड़ित सभी लोगों के शीघ्र ठीक होने की कामना करते हैं.' उन्होंने आगे कहा कि हमें मिलकर इस वैश्विक चुनौती से लड़ना चाहिए.


भारत-पाकिस्तान के राजनयिक रिश्तों में भले ही कितनी तल्ख़ी हो लेकिन दोनों मुल्कों के अवाम का जज़्बा एक-सा ही है और मुसीबत की घड़ी में वे एक-दूसरे के लिये उतनी ही शिद्दत से धड़कते भी हैं. यह कोरोना की त्रासदी ने साबित कर दिखाया. इमरान खान के ट्वीट के बाद वहां की अवाम सोशल मीडिया पर लगातार यह आवाज उठा रही है कि "सिर्फ इतने भर से काम नहीं चलेगा. इस वक़्त हिंदुस्तान को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है, लिहाजा उन्हें फौरन ऑक्सीजन मुहैया कराइए." सोशल मीडिया पर इस तरह की मांग करने वाले ट्वीट की भरमार है, उनमें से कुछेक बानगी यहां प्रस्तुत हैं- 


पत्रकार वजाहत काज़मी #Indianeedsoxygen हैशटैग से ट्वीट करते हैं कि भारत की स्थिति दिल दहला देने वाली है, कोविड से हर कोई ठीक हो, भारत के लिए दुआएं. जबकि उस्मान खिलजी नाम के पख़्तून सामाजिक कार्यकर्ता ने ट्वीट करके पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से भारत की मदद करने की अपील करते हुए लिखा कि "मैं हज़ारों पाकिस्तानी नागरिकों के साथ सरकार से अपील करता हूं कि वह भारत के अस्पतालों में कम पड़ रहे ऑक्सीजन के मामले में मदद करें. 


पाकिस्तान के टॉप ट्रेंड में #IndiaNeedsOxygen और #IndianLivesMatter का देखना ख़ुशी की बात है. यह दिखाता है कि लोगों के दिल सही जगह पर हैं.


वहीं कुछ लोगों ने दोनों मुल्कों को सलाह देते हुए भी लिखा है. अम्मार हाशमी ट्विटर हैंडल #WeCantBreathe हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए लिखते हैं कि अगर दोनों देशों ने सेना पर पैसा ख़र्च करने की जगह स्वास्थ्य के ढांचे पर किया होता तो परिस्थितियां अलग होतीं.


उस्मान महबूब ट्वीट करते हैं कि 'राजनीतिक या ऐतिहासिक मतभेदों को अलग रखते हुए हमें भारत की मदद करनी चाहिए वरना हम कहेंगे कि मानवता आज मर चुकी है.'


कई लोग पाकिस्तान को भारत की स्थिति से सबक लेते हुए अपने यहां इंतज़ाम करने की सलाह दे रहे हैं. तूबा जमाली ट्वीट करती हैं, "भारत की स्वास्थ्य प्रणाली हमसे बेहतर है वह तब भी ढह गई है. कोविड-19 का यह स्ट्रेन बेहद घातक है पाकिस्तान को तुरंत लॉकडाउन लगाना चाहिए. हम किसी भी प्रकार की ऑक्सीजन की कमी या अस्पतालों में बढ़ते मरीज़ों को सहन नहीं कर पाएंगे."


उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहां पिछले 24 घंटों में 157 लोगों की मौत हो गई, जबकि संक्रमण के 5,908 नए मामले दर्ज किए गए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि संक्रमण से एक दिन में होने वाली मौत का यह आंकड़ा पिछले साल के बाद से सबसे ज्यादा है.