नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के मद्देनज़र भारत में लगे लॉकडाउन में 145 पाकिस्तानी वापस स्वदेश नहीं लौट सके हैं. इन लोगों ने भारत में इनके साथ हो रहे अच्छे व्यवहार की सराहना की है और साथ ही अपने देश के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से स्वदेश वापसी में मदद करने की गुहार लगाई है.


इमरान खान ने भारत से लगाई गुहार


भारत में फंसे पाकिस्तानियों में से 41 वाघा-अटारी सीमा के रास्ते वापस अपने देश लौट चुके हैं. लेकिन 145 पाकिस्तानियों का नाम वापसी सूची में नहीं आने के कारण वे अभी भारत में ही हैं. इन लोगों में से कुछ ने 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' से बात की और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से स्वदेश वापसी के लिए भारत से संपर्क करने की गुहार लगाई.


हमारे साथ अच्छा बर्ताव हो रहा- कराची की महिला


कराची की रहने वाली शमीमा शब्बीर ने कहा कि भारत में उनके साथ अच्छा बर्ताव हो रहा है. भारत सरकार ने भी हालात को देखते हुए उनके वीजे की अवधि बढ़ा दी ताकि उन्हें कोई कानूनी दिक्कत का समाना नहीं करना पड़े. उन्होंने कहा, "इस तरह की कोई समस्या नहीं है लेकिन पैसा खत्म होने के करीब है. पहले होटल में हमने दो कमरे बुक कराए थे लेकिन अब सभी लोग एक ही कमरे में टिके हुए हैं. हमने पाकिस्तानी उच्चायोग से संपर्क किया है जहां से हमें जल्द स्वदेश वापसी का आश्वासन मिला है. हमारी अपील है कि भारत से वापस लौटने वाले पाकिस्तानियों की दूसरी सूची में हमारा नाम शामिल किया जाए."


9 मार्च को भारत आए थे, लॉकडाउन के कारण लौट नहीं सके- पाकिस्तानी


एक अन्य महिला बतूल बीबी ने कहा, "जब से लॉकडाउन लगा है, परिवार के आठ सदस्यों के साथ भारत में एक होटल में हैं. अब बिल चुकाने के लिए पैसे खत्म होने के करीब हैं. 9 मार्च को भारत आए थे, लॉकडाउन के कारण लौट नहीं सके." कोरोना वायरस के कारण भारत और पाकिस्तान की सीमा बंद है. 41 पाकिस्तानियों को वापस भेजने के लिए वाघा सीमा कुछ देर के लिए खोली गई थी.


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