नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण धार्मिक जलसे में शामिल 6 लोगों की मौत के बाद निजामुद्दीन इलाके को सील कर दिया गया है. यहां तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं पूरी दुनिया से लोग आते हैं. जमात के सेंटर और निजामुद्दीन इलाके से पीड़ितों को अस्पतालों और क्वॉरन्टीन सेंटरों में शिफ्ट करने का काम जारी है.


24 लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि


अभी तक 1034 लोगों की पहचान कर उन्हें अलग-अलग जगहों पर भेजा गया है. बसों के जरिए 334 को अस्पताल और 700 पीड़ितों को क्वॉरन्टीन सेंटर भेजा गया है. इन सेंटरों पर लाए गए 24 लोगों में अभी तक कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं. तेलंगाना में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरनेवाले छह लोगों ने धार्मिक जलसे में भाग लिया था. दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक जलसे का आयोजन किया गया था.


लॉकडाउन के कारण फंसे थे लोग


अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 3000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात के जलसे में भाग लिया था. हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे. मगर मरकज की चिट्ठी के मुताबिक 3 हजार में से 15 सौ लोगों को पिछले सोमवार को निकाल लिया गया था. बाकी बचे लोग लॉकडाउन के कारण मरकज में फंसे हुए थे जिनको लेकर मरकज प्रशासन के संपर्क में था. गौरतलब है कि निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात का मुख्य केंद्र है. इससे सटे हुए निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन और बगल में ही ख्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह है.


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