Coronavirus: पीएम मोदी ने कहा- 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का पालन करें | 10 बड़ी बातें
Coronavirus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर आज देश के नाम संबोधन में कहा कि मैं आज देशवासी से एक समर्थन मांग रहा हूं. ये है जनता-कर्फ्यू. जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट को लेकर देश के नाम संबोधन में कहा कि विश्वयुद्ध में भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे जितना की कोरोना वायरस से हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व संकट से गुजर रहा है और प्रत्येक भारतीय को सतर्क रहना चाहिए. इस दौरान पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू का पालन करने के लिए आग्रह किया. साथ ही उन्होंने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी, खासकर 60 से अधिक उम्र के लोगों को घरों में रहने की सलाह दी. पढ़ें 10 बड़ी बातें-
1. संकल्प और संयम: पीएम मोदी ने COVID-19 को लेकर कहा, ''इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है. पहला- संकल्प और दूसरा- संयम. आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्य का पालन करेंगे, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे'' उन्होंने कहा कि आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ”.
2. घरों से नहीं निकलें: पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी स्थिति में, जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है, तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है. इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम और संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना, घर से बाहर निकलने से बचना. मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक, जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें. मेरा एक और आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हों, 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हों, वो आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें.
3. जनता कर्फ्यू: पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. ये है जनता-कर्फ्यू. जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू. इस रविवार, यानि 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को, जनता-कर्फ्यू का पालन करना है.
4. जनता कर्फ्यू क्यों? पीएम मोदी ने कहा कि 22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम, देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा. 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे. संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए. ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है.
5 करें धन्यवाद: पीएम मोदी ने कहा, ''मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें. रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें.''6. सामान इकट्ठा न करें: पीएम मोदी ने कहा, ''संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें. मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. जरूरी सामान घरों में इकट्ठा न करें, ताकि सामान की कमी नहीं हो.''
7. अर्थव्यवस्था: पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था के समक्ष उपजी चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने कोरोना वायरस आर्थिक प्रक्रिया कार्यबल गठित करने का फैसला किया है. ये टास्क फोर्स, ये भी सुनिश्चित करेगी कि, आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं, उन पर प्रभावी रूप से अमल हो.
8. अस्पताल जानें से बचें: पीएम मोदी ने कहा कि संकट के इस समय में, आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है. इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें.
9. कांग्रेस ने किया स्वागत: पीएम मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस ने कहा कि उसकी पार्टी और कार्यकर्ता कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयास में सरकार के साथ खड़े रहेंगे. अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी.
10. अब तक 173 मामले: भारत में कोरोना वायरस के 173 मामलों की पुष्टि हुई है और इनमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है. 173 में से 20 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं और घर लौट चुके हैं. दुनिया में दो लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हुए हैं और इनमें से 9 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.
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