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आज सुबह 10 बजे: Coronavirus से जंग की अगली रणनीति बताएंगे प्रधानमंत्री मोदी
देश में जानलेवा कोरोना वायरस के प्रकोप से जनता को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया था. आज इस लॉकडाउन का आखिरी दिन है. ऐसे में प्रधानमंत्री के संबोधन को पूरे देश का इंतजार है लेकिन देश में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ाने का एलान हो सकता है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री का यह देश के नाम तीसरा संबोधन होगा. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री संबोधन में देश में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री का भाषण विश्व में भरोसा और विश्वास जगाने वाला होगा. प्रधानमंत्री देश की जनता से लॉकडाउन का पहले की तरह पूरी ईमानदारी से करने की अपील करेंगे और साथ में देश की जनता की पीठ भी थपथपाएंगे.
प्रधानमंत्री की कोशिश रहेगी लॉकडाउन बढ़ाने के ऐलान से किसी भी तरह का पैनिक देश में ना हो. प्रधानमंत्री देश को भरोसा जगायेंगे और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति देश में और ज्यादा सुचारू ढंग से चलाने के लिए जिला और राज्य सरकारों से लेकर स्वयंसेवी संगठनों को आगे आने का आह्वान करेंगे. इसके लिए प्रधानमंत्री अपने तमाम मंत्रालयों को राज्य सरकारों के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश पहले ही दे चुके हैं.
किस तरह की रियायतें मिलने की उम्मीद
केंद्र सरकार की तरफ से सील किए गए हॉटस्पॉट पर सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि आवश्यक वस्तुओं के ट्रांसपोर्टेशन के लिए राज्य सरकारें मालवाहक वाहनों को आवाजाही करने की इजाजत दें.
रवि की फसल की कटाई का समय चल रहा है और इसलिए प्रधानमंत्री चाहते हैं कि गांव में फसलों की कटाई के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए और ज्यादा छूट दी जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिश है कि देश में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं और रोजमर्रा के सामान की कमी ना हो इसके अलावा आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की कीमत भी काबू में रहे ,इसके लिए जरूरी है राष्ट्रीय स्तर पर माल और सामान की आपूर्ति सुचारू रूप से चलती रहे ताकि सही समय पर उचित कीमत में सभी वस्तुएं मुहैया रहे.
प्रधानमंत्री चाहते हैं कि देश में आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन में लगे बड़े उद्योग के साथ-साथ लघु और मध्यम दर्जे के उद्योगों में शर्तों के साथ सीमित उत्पादन की छूट दी जाए जिससे आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के देश में कमी ना हो.
केंद्र सरकार राज्य सरकारों के समन्वय से स्थानीय उद्योगों में लगे मजदूरों और कर्मचारियों को लाने ले जाने के लिए विशेष ट्रेन और बस से चलाना चाहती है ताकि आवश्यक वस्तुओं से जुड़े उद्योगों में मजदूरों और कर्मचारियों की कमी ना रहे.
अभी तक देश में साढ़े 300 जिलों में ही कोरोना से संक्रमित मरीज मिले हैं ऐसी सूरत में बाकी जिलों में लॉकडाउन में शर्तों के साथ छूट दी जा सकती है.ऐसी सूरत में इन जिलों के भीतर सीमित समय के लिए आवागमन खोला जा सकता है लेकिन जिले और राज्य की सीमाएं सील ही रहेंगी.
कोरोना संक्रमण की महामारी को देखते हुए देश को 4 हिस्सों में बांटा जा सकता है इसमें रेड, ऑरेंज यलो और ग्रीन ज़ोन में देश को बांटा जा सकता है.
रेड जोन देश के वे जिले या इलाके जो बेहद संक्रमित है और उन्हें हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है. यहां भी लॉकडाउन जारी रहेगा.
ऑरेंज जोन देश के वह इलाके होंगे जहां संक्रमण सीमित है लेकिन लॉकडाउन जारी रहेगा.
यलो जोन वे के होंगे जहां संक्रमण नहीं है और शर्तों के साथ लॉकडाउन में छूट दी जा सकती है.
ग्रीन जोन देश के वे इलाके होंगे जहां संक्रमण नहीं और लॉकडाउन में छूट दी जा सकती.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए देश में लोगो के भरोसा जताने वाला होगा. प्रधानमंत्री देश की सेवा में लगे और कोरोना योद्धाओं के साहस को बढ़ाने वाला ऐलान भी कर सकते हैं.
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