नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक करीब 7 हजार मामले आ चुके हैं. जबकि 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन इन आंकड़ों पर अब सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार कोरोना से मौत के आंकड़े को छिपा रही है. दिल्ली सरकार ने इसे गलत बताते हुए लापरवाही का ठीकरा अस्पतालों पर फोड़ा है.
कोरोना मृत्यु के आंकड़ो पर हो रही सियासत को समझिए
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली सरकार पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल सरकार कोरोना से मौत के आंकड़े छिपा रही है. बीजेपी अस्पताल के आंकड़े और राज्य सरकार के आंकड़ों में अंतर का दावा कर रही है. पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट किया कि आप शव छिपा सकते हैं लेकिन सच नहीं छिपा सकते.
दिल्ली सरकार की पूरे विवाद पर अपनी दलील है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि मृत व्यक्ति को लेकर कई अस्पताल पूरी जानकारी नहीं दे रहे हैं. जिसके बाद सभी अस्पतालों के लिए नया आदेश जारी किया गया है.
दिल्ली सरकार का नया आदेश
* मौत की वजह की पूरी जानकारी सरकार को भेजी जाए
* मौत के आंकड़ों पर SOP का पालन हो
* रिपोर्ट भेजने में देरी नहीं की जाए
* अस्पताल रोजाना शाम 5 बजे तक रिपोर्ट भेजें
इस बीच दिल्ली सरकार ने तीन और निजी अस्पतालों को कोरोना अस्पताल घोषित किया है. दिल्ली में अब कुल 10 अस्पतालों में कोरोना का इलाज होगा. वहीं कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों का इलाज अब घर में भी हो सकेगा.
यह भी पढ़ें-
आज मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की अहम बैठक, कोरोना के खिलाफ आगे की रणनीति पर होगी चर्चा