जम्मू: जम्मू में कोरोना वायरस के दो मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने प्रदेश में किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल जैसी स्थिति की आशंका को नकार दिया है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने दावा किया है कि वो स्थिति की बारीकी से निगरानी और समीक्षा कर रहे हैं. साथ ही आम जनता को संयम बरतने की सलाह दी है.


जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने दावा किया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के छह जिलों में प्राथमिक स्कूलों को 31 मार्च तक ऐहतियातन बंद किया गया है. उन्होंने कहा कि जम्मू संभाग के जम्मू और सांबा जबकि घाटी के बड़गाम, बारामुला, श्रीनगर और बांडीपुरा जिले के प्राइमरी स्कूलों को मार्च 31 तक ऐहतियातन बंद किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इससे घबराने की जरुरत नहीं है.


रोहित कंसल ने दावा किया है कि सरकार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और स्थिति की बारीकी से समीक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति संभालने के लिए भी विस्तृत व्यवस्था की गई है. कोरोना वायरस को नियंत्रित करने और रोकने के लिए किए गए उपायों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू और श्रीनगर हवाई अड्डों पर पहले ही इसको लेकर व्यवस्था कर दी गई है.


प्रवक्ता रोहित कैंसल ने बताया कि जम्मू कश्मीर सड़क मार्ग से आने वाले सभी यात्रियों और पर्यटकों की जांच लखनपुर और लोअर मुंडा में की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि जम्मू और कटरा के रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क पहले से ही शुरू किए जा चुके हैं. इसके साथ ही माता वैष्णो देवी आने वाले यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग भी शुरू की गई है.


आंकड़ों के बारे में बताते हुए उन्होने कहा "अब तक जम्मू कश्मीर में 287 मामलों को सक्रिय निगरानी में रखा गया था, जिनमें से 95 मामलों की 28 दिन की निगरानी पूरी हो चुकी है." उन्होंने कहा कि इनमें से 28 मामलों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से 25 नेगेटिव जबकि 2 पॉजिटिव पाए गए हैं. साथ ही एहतियात के तौर पर पूरे जम्मू-कश्मीर में बायोमेट्रिक उपस्थिति 31 मार्च तक निलंबित कर दी गई है और बड़ी सभा के खिलाफ एडवाइजरी भी जारी की गई है.


ये भी पढ़ें


गाजियाबाद: ज्यादा दाम पर सैनिटाइजर और मास्क बेचने पर पांच दवा दुकानों के लाइसेंस रद्द

Coronavirus: चीन में ढहे होटल के मलबे में 70 दबे, रूके थे 70 कोरोना संदिग्ध