Coronavirus: क्या अखबार से हो सकता है Covid-19? WHO ने कहा- नहीं है खतरा
आजकल आधुनिक मशीनों से अखबार की छपाई की जाती है जो ऑटोमेटिक है. अखबार अलग-अलग तापमान और प्रोसेस से गुजरता है इसीलिए नहीं है खतरा.
नई दिल्ली: कोरोना को कोहराम देश में इतना बढ़ चुका है कि लोग अतिरिक्त सावधानियां बरत रहे हैं. देश के 23 राज्यों में लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में लोग अपने घरों में कैद हैं. उनके पास टीवी और अखबार के जरिए ही जानकारियां पाने और समय बिताने का विकल्प है. ऐसे में लोगों के बीच एक अफवाह फैली कि अखबार के कारण भी कोरोना आसानी से फैलता है. लेकिन इस दावे में सच्चाई नहीं है. WHO ने भी इसे अफवाह करार दिया है.
WHO का क्या कहना है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक इस बात की संभावना बेहद कम है कि कोई संक्रमित व्यक्ति वाणिज्यिक सामान को दूषित कर सकता है. एक ऐसा पैकेज जो लगातार सफर कर रहा है. एक जगह से दूसरी जगह जा रहा है. अलग अलग परिस्थितियां और तापमान से गुज़र रहा है. उसमें इस बात की संभावना बेहद कम हो जाती है कि कोविड-19 यानी कोरोना वायरस हो.
सुरक्षित हैं अखबार, बैखोफ होकर पढ़िए
वहीं अमेरिका की भी एक चिकित्सकीय संस्था ने भी कहा है कि अखबार से कोरोना फैलने की संख्या न के बराबर ही है. संस्था ने कहा है कि अखबार जैसी सतह पर कोरोना का सर्वाइव करना आसान नहीं है.
हालांकि सलाह दी गई है कि सार्वजनिक अखबारों की कॉपियों को पढ़ने से बचें. लाइब्रेरी या सोसाइटी में अधिक लोगों द्वारा पढ़ी जाने वाली कॉपी से बचें. ऐसा करने पर अपने हाथ धोना सुनिश्चित करें. लेकिन आपके घर आने वाला अखबार बिल्कुल सुरक्षित है. अखबार छपने की प्रोसेस के दौरान भी कर्मचारी काफी सावधानियां बरत रहे हैं. वहीं अखबार को सैनेटाइज कर के ही डिलीवरी के लिए भेजा जा रहा है. आपको बता दें कि आजकल आधुनिक मशीनों से अखबार की छपाई की जाती है जो कि पूरी तरह से ऑटोमेटिक है.
इसके अलावा WHO ने कहा है कि लोग वैसे भी अपने हाथ लगातार धोते रहें. लगभग 20 सैकेंड तक लोगों को हाथ धोने की सलाह दी गई है. वहीं लोगों से घर पर रहने की ही अपील की गई है.
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