नई दिल्ली: कोरोना वायरस से हर व्यक्ति के संक्रमित होने का खतरा है लेकिन जो लोग पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं उनके लिए खतरा और ज्यादा है. इनमें से एक हैं डायबिटीज से परेशान लोग. जिन्हें डायबिटीज है उन्हें अगर संक्रमण होता है तो उनकी तबीयत ज्यादा खराब होगी. अगर ठीक से उपचार न किया गया तो मौत भी हो सकती है. भारत में अब तक कोरोना संक्रमण से 19 मौत हुई है उनमें से आधे से ज्यादा लोगों को डायबिटीज थी.


अब तक कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है इनमें ज्यादातर को डायबिटीज थी


- भारत में कोरोना से जो पहली मौत कलबुर्गी में 76 साल के बुजुर्ग की हुई थी उन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन, अस्थमा की शिकायत थी.

- इसके बाद देश में दूसरी मौत दिल्ली में 68 साल की महिला की हुई थी, उन्हें भी हाइपरटेशन औऱ डायबिटीज थी.


- सबसे ताजा उन्नीसवीं मौत तमिलनाडु के मदुरई में 54 साल के शख्स की हुई है. उनकी भी डायबिटीज कंट्रोल में नहीं थी और हाइपरटेंशन भी था.


ट्रेंड से साफ है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए कोरोना घातक साबित हो सकता है. दरअसल, डायबिटीज के मरीजों की इम्यूनिटी यानि प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ लोगों के मुकाबले काफी कम होती है, इसलिए जब ऐसे लोगों को इन्फेक्शन होता है तो उन्हें ठीक होने में बहुत समय लगता है,


सरकार के मुताबिक भारत में करीब 6 करोड़ वयस्कों को डायबिटीज है. यानि कि करीब 8 फीसदी आबादी डायबिटीज की शिकार है. इनमें से आधे लोगों की जांच भी नहीं हुई है या फिर उन्हें इलाज नहीं मिला है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में करीब 40 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. ऐसे में अगर कोरोना के कहर को न रोका गया तो कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है.


कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलता देख डायबिटीज के मरीजों के लिए भी WHO ने कुछ जरूरी गाइडलाइंस जारी की हैं. गाइडलाइन में कहा गया है कि-


- संक्रमण से बचने के लिए भीड़भाड़ वाली जगह में जाने से बचें


- कुछ दिन तक लोगों से मिलना जुलना कम करें


- ​ब्लड शुगर लेवल को रोज चेक करते रहें


- ब्लड शुगर चेक करने वाली मशीन की सफाई पर भी खास ध्यान दें


वैसे तो ये गाइडलाइन हर किसी को अपनानी चाहिए लेकिन जिन्हें डायबिटीज है उन्हें तो इसका खास ख्याल रखना ही चाहिए.