नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संकट के बीच आज केंद्र सरकार ने राहत पैकेज का एलान किया. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के गरीबों, मजदूरों, नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज का एलान किया. सरकार के इस कदम का कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ये सही दिशा में पहला कदम है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘’वित्तीय सहायता पैकेज की आज सरकार की घोषणा, सही दिशा में पहला कदम है. भारत अपने किसानों, दैनिक वेतन भोगियों, मजदूरों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कर्ज चुकाता है जो चल रहे बंद का खामियाजा भुगत रहे हैं.’’
सरकार की तरफ से क्या कुछ एलान किया गया
सरकार ने जो एलान किया है उसके तहत 80 करोड़ गरीबो लोगों को अगले तीन महीने तक गेहूं, चावल मुफ्त दिए जाएंगे. ये उनको पीडीएस सिस्टम के तहत मिलने वाले अनाज के अतिरिक्त होगा. अगले तीन महीनों तक 80 करोड़ गरीबों को 5 किलो ज्यादा राशन (गेहूं या चावल) मिलेगा. इसके साथ ही हर घर को उनकी पसंद की एक किलो दाल भी दी जाएगी.
20 करोड़ महिलाओं के जन-धन खाते में 500 रुपये अगले तीन महीने तक दिए जाएंगे. इसके अलावा मनरेगा के तहत आने वाले मजदूरों के लिए दिहाड़ी को 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये कर दिया गया है. इससे 5 करोड़ लोगों को फायदा होगा. कंस्ट्रक्शन सेक्टर के 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड वर्कर्स के लिए जो लॉकडाउन के चलते आर्थिक संकट झेल रहे हैं उनके लिए 31,000 करोड़ रुपये का फंड बनाया गया है और इसके प्रयोग के लिए राज्य सरकारों को आदेश दे दिए गए हैं.
उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को अगले तीन महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर दिए जाएंगे. इस व्यवस्था से करीब 8 करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी. 63 लाख महिला स्वयंसेवी समूहों के लिए रहन- मुक्त कर्ज 10 लाख से दोगुना कर 20 लाख रुपये किया गया, इससे सात करोड़ परिवारों को लाभ होगा.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगों को भी सहायता दी जाएगी. डीबीटी के माध्यम से आगामी तीन माह तक दो किस्तों में दिव्यांग, निराश्रित वृद्धों और विधवाओं को एक हजार रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में दिये जाएंगे.