नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच रेमडेसिविर दवाई की मांग में भी इज़ाफा हुआ है. हालांकि अब केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि देश में रेमडेसिविर दवा की कोई कमी नहीं है. साथ ही सरकार ने कहा है कि रेमडेसिविर केवल अस्पताल में भर्ती ऑक्सीजन पर आश्रित मरीजों के लिए है, घर पर इलाज में इसका इस्तेमाल नहीं होगा.
नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा, "घर पर इलाज के दौरान रेमडेसिविर के इस्तेमाल का सवाल ही नहीं. इसकी ज़रूरत उनको है जिनको अस्पताल में भर्ती करने और ऑक्सीजन लगाने की ज़रूरत पड़ती है. केमिस्ट की दुकानों से इसकी खरीद नहीं की जाएगी."
हाल के दिनों में कई जगहों से रेमडेसिविर की किल्लत की खबरें आई हैं. इसको लेकर वीके पॉल ने कहा, "फिलहाल रेमडेसिविर की कोई कमी नहीं है. हम डॉक्टरों से अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के मरीजों के उपचार में तार्किक तरीके से इसका इस्तेमाल करने की अपील करते हैं."
केंद्र ने लगा दी है निर्यात पर रोक
आपको बता दें कि देश में बढ़ती मांग के चलते केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए रेमडेसिविर दवा के निर्यात पर रोक लगा दी है. केंद्र सरकार ने देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच 11 अप्रैल को ये फैसला लिया.
पिछले 24 घंटों में आए 1 लाख 61 हज़ार से ज्यादा केस
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 1 लाख 61 हज़ार 736 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 879 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है. भारत मे 16 राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 24 घंटों में सामने आए नए केस और संक्रमण से मौत सबसे ज्यादा है. वहीं, एक्टिव केस भी सबसे ज्यादा इन्हीं तीनो राज्य में है.
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1 करोड़ 36 लाख 89 हज़ार 453 हो गई है. जिसमें से 1 लाख 71 हज़ार 58 लोगों की मौत हुई है. वहीं देश में कुल एक्टिव केस भी बढ़कर 12 लाख 64 हज़ार 698 हो गए हैं जोकि कुल संक्रमितों का 9.24% है.
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