रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा कि नई दिल्ली के निजामुद्दीन से लौटे तबलीगी जमात के 50 लोगों के सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए लिए भेजे गए थे, जिनमें से 28 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया कि निजामुद्दीन से तबलीगी जमात के 107 लोग धार्मिक सम्मेलन में भाग लेकर छत्तीसगढ आए हैं. सभी को क्वारंटीन में रखा गया है. इनमें से 50 से अधिक लोगों के सैंपल लिए गए हैं जिनमें से 28 की रिपोर्ट निगेटिव है और यह राहत की बात है.
निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के लोग धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे. इस आयोजन में देश भर के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. बाद में यहां शामिल कई लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई थी. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक आयोजन में शामिल हुए तबलीगी जमात के कई लोग छत्तीसगढ़ पहुंचे थे. जो यहां की मस्जिदों और अन्य स्थानों पर ठहरे थे.
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग धार्मिक आयोजन से आए लोगों की जांच कर रहा है. अगर किसी में भी कोराना वायरस की पुष्टि होती है तब सभी लोगों के सैंपल लिए जाएंगे.
वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए पांच अप्रैल को रात में लोगों से अपने घरों में दीपक और मोमबत्ती जलाने के संदेश पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि वह इसे उचित नहीं मानते हैं.
बघेल ने कहा कि जब भगवान राम विजय कर आयोध्या वापस आए थे तब दीपक जलाया गया था. कोरोना से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है और लोग दहशत में हैं. मुझे नहीं लगता कि ऐसी स्थिति में यह उचित है.
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