तिरुवनंतपुरम: चीन से हाल ही में लौटे केरल के एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही भारत में इस बीमारी का दूसरा मामला सामने आया है. केरल में चीन और कोरोना वायरस प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले 1,999 लोगों को निगरानी में रखा गया है.
अधिकारियों ने बताया कि जिन दो लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनकी हालत स्थिर है. राज्य सरकार ने बताया कि दूसरा मरीज भी कोरोना वायरस के केंद्र चीन के वुहान में छात्र है और 24 जनवरी को केरल लौटा था. भारत में इस विषाणु का पहला मामला गुरुवार को त्रिशूर में आया था जब वुहान में मेडिकल की पढ़ाई करने वाली छात्रा में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने संक्रमण के दूसरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि छाल को अलप्पुझा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में बनाए गए पृथक वार्ड में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है. इससे पहले दिन में स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कोल्लम में मीडिया से कहा, ‘‘हम पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में मरीज के नमूनों के साथ किए परीक्षण के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं.’’
चीन में 300 से अधिक की मौत
कोरोना वायरस की वजह से चीन में 305 लोगों की मौत हो चुकी है और 14,000 के करीब लोग संक्रमित हैं. चीन से बाहर कोरोना वायरस से पहली मौत फिलीपीन में हुई और भारत सहित 25 देशों तक विषाणु पहुंच चुका है. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर भारत ने शनिवार और रविवार को दो विमानों के जरिए 647 लोगों को वुहान से निकाला है.
वुहान से लाए गए लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की निगरानी में दो हफ्ते तक रखा जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनमें संक्रमण के लक्षण न हों. भारत ने तेजी से फैल रहे विषाणु के मद्देनजर रविवार को चीन से आने वाले चीनी और अन्य विदेशी यात्रियों के लिए ई-वीजा की सुविधा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी.
चीन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो हफ्तों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं जिसके बाद इसमें कमी आएगी क्योंकि लाखों लोग जो चीनी नववर्ष की छुट्टियों पर वुहान और हुबेई प्रांत से चीन के अन्य हिस्सों और विदेश गए थे, वे अब लौट रहे हैं.