बैंगलुरू: कोरोना के खिलाफ केन्द्र समेत देशभर कि राज्य सरकारें सतर्क हैं और लोगों को लगातार हिदायतें दी जा रही है कि वे लॉकडाउन का उल्लंघन कर घरों से न निकलें. वहीं कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे के बीच तब्लीगी जमात ने ऐसा जोखिम भरा कदम उठाया है जिसके कारण आज कईयों की जिंदगी खतरे में आ गई है. कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर में तबाही का आलम है और सारे कामकाज बंद हो चुके हैं.


सोशल डिस्टेंसिंग की बात तमाम सरकारें लगातार कर रही हैं लेकिन बावजूद इन सबके तब्लीगी जमात ने दिल्ली में पिछले दिनों एक धार्मिक आयोजन किया था. इसमें विश्व भर के धर्मगुरु और देश विदेश के लोग शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लोग देश भर में फैल गए हैं जिससे कि अब यह संक्रमण दूसरों में भी बढ़ने लगा है. दक्षिण भारत के राज्यों की सरकारें पूरी तरह अलर्ट पर है और लगातार उन लोगों की पहचान करने में जुटी है जिन लोगों ने दिल्ली के निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.


आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में अब तक कुल 87 कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इस लिस्ट में 70 लोग वो हैं जो कि दिल्ली के कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे. राज्य से कुल 1085 लोग दिल्ली के मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, जिनमें 585 संदिग्ध लोगों की मेडिकल रिपोर्ट में 70 पॉजिटिव आए, अभी 500 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि राज्य से 1085 लोग दिल्ली के मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, जिसमें से सभी की पहचान हो चुकी है, अभी भी 21 लोगों को ढूढ़ रही है, जिनकी जानकारी नहीं मिल पा रही है.


तेलंगाना
तेलंगाना में दिल्ली के तब्लीगी मरकज से लौटने वाले लोगों की पहचान सरकार ने कर ली है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुल 1200 लोग निजामुद्दीन की मरकज में शामिल होने के लिए गए थे जिनमें से कई लोग अभी भी ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं. तेलंगाना में भी कई लोग मस्जिदों में छिपे बैठे हुए हैं. जिन्हें सरकारी अधिकारी लगातार निकालने की कोशिशों में जुटे हैं. तेलंगाना में अब तक 77 मामले कोरोना वायरस के सामने आए हैं. जिनमें से 14 रिकवर हो चुके हैं और 6 लोगों की मौत हुई. लोगों की मौत हुई यह सारे लोग निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.


तमिलनाडु
तमिलनाडु से अब तक सबसे चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जहां पिछले 12 घंटों के भीतर Covid-19 के केस में 100 % का इज़ाफ़ देखा गया है. तमिलनाडु में अब तक वायरस के कुल 234 मामले दर्ज किए गए हैं. इसलिए पिछले 12 घंटों के भीतर तमिलनाडु में कुल 110 मामले दर्ज किए गए हैं. गौर करने वाली बात यह कि यह सारे 110 मामले दिल्ली के निज़ामुद्दीन के तबलीगी जमात कार्यक्रम से जुड़े हैं.

कर्नाटक
कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग जानकारी के मुताबिक कर्नाटक से करीब 1500 लोगों के निजामुद्दीन तबलीगी जमात के कार्यक्रम में जुड़ने की आशंका है. जिनमें से अब तक 800 ट्रेस किए जा चुके हैं उनमें से 143 को कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल सरकार की ओर से तमाम एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं और हर किसी को क्वॉरन्टीन किया जा रहा है.


केरल
केरल से कुल 310 लोग ट्रेस किए गए है जो कि दिल्ली के तबलीगी जमात कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. यह सभी लोग दो हिस्सों में इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. मार्च 8 और 12 के बीच में करीब 160 लोग गए थे जबकि मार्च 18 और 20 के बीच में 140 लोग तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. हालांकि देशभर में लॉक डाउन के कारण यह 140 लोग दिल्ली से वापस नहीं लौट पाए हैं. केरल में कोरोनावायरस के कुल 265 मामले दर्ज हुए हैं.



ये सभी लोग देश के कई अलग-अलग हिस्सों में गए और यही कारण है कि अब जम्मू-कश्मीर, दिल्ली प्रशासन के अलावा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना सरकार समेत अंडमान निकोबार प्रशासन भी उन लोगों की तलाश कर रही हैं, जो तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती प्रशासन या सरकार के सामने फिलहाल यह है कि जो लोग वहां से लौटे उन लोगों ने खुद को या तो छिपा रखा है या सरकार के संपर्क से दूर है यही कारण है कि सरकार के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही है.


Coronavirus: विश्व हिन्दू परिषद ने की अपील, रामचरितमानस का पाठ कर घर पर ही मनाएं रामनवमी

Coronavirus: बिहार में कोरोना संदिग्धों की खोज़ के लिए लगाई गई ATS,डीजीपी ने कहा- किसी को नहीं छोड़ेंगे