नई दिल्लीः देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. कोरोना संक्रमण से अबतक 16 लाख 95 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं. जिसमें से 10 लाख 94 हजार संक्रमित ठीक भी हुए हैं. वहीं दिल्ली में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण पाने की कोशिश में सफलता मिली है. हाल ही में दिल्ली में किए गए सीरोलॉजिकल सर्वे में मध्य जिले में 28% आबादी कोरोनावायरस से प्रभावित पाई गई थी, जो शहर भर में सबसे अधिक थी.


सकारात्मक मामलों के एक आयु-वार विश्लेषण से पता चला है कि 31-40 साल की आयुवर्ग के 21.4% लोग सबसे अधिक प्रभावित हुए. इसके बाद 21-30 आयु वर्ग के 20.7% लोग कोरोना सं संक्रमित हुए. कुल मिलाकर, जिले में 10,761 सकारात्मक मामले सामने आए. जो 5.8 लाख की आबादी के साथ 21 वर्ग किमी में फैला है. इन संक्रमितों में 6,721 पुरुष मरीज थे, जो कुल संक्रमितों का 62% है. वहीं संक्रमित महिलाओं की संख्या 4,040 थीं.


जून महीने के अंत में एक दिन में 350 से अधिक नए मामलों सामने आ रहे थे. वहीं अब यह संख्या 50 और 100 के बीच हो गई है. सेंट्रल दिल्ली की डीएम निधि श्रीवास्तव का कहना है कि उन्हें दिल्ली के हर क्षेत्र में अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. जिससे मुकाबला करने के लिए उन्होंने रणनीति अपनाई, जिसके बाद बदलाव संभव हो गया.


डीएम निधि श्रीवास्तव का कहना है कि “शुरुआत में, हम भारत के 20 सबसे हिट जिलों में से एक थे. कंटेंमेंट क्षेत्रों की योजना बनाते समय, हमने महसूस किया कि सभी क्षेत्रों में एक ही रणनीति काम नहीं करेगी.” निधि श्रीवास्तव ने आगे कहा कि अधिकांश स्थानों में उच्च जनसंख्या घनत्व भी कोरोना वायरस को फैलने में मददगार साबित हो रहा था. इनमें भीड़भाड़ वाले बाजार जैसे की कोतवाली क्षेत्र, बरारी आदि शामिल थे.


डीएम ने कहा कि पुरानी दिल्ली के क्षेत्रों में बड़े कंटेमेंट दोन बनाए गए थे. उनका कहना है कि पहली बार पता लगाया कि इन क्षेत्रों में किस तरह की आबादी रहती है. जिसके बाद वहीं रह रही जनता को जागरुक करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया. इनका कहना है कि चांदनी महल का जागरूकता कार्यक्रम बहुत अलग था. श्रीवास्तव ने कहा कि हमने आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा सूचना फैलाने के लिए इमामों की मदद लेने का फैसला किया.


फिलहाल दिल्ली में अभीतक कोरोना संक्रमण के 1,20,930 मामले सामने आए हैं. देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र और तमिलनाडू के बाद दिल्ली तीसरे स्थान पर है.


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