नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की और लोगों से अपील की कि लोग खुद को, अपने करीबियों को और देश को सुरक्षित रखने के लिए अगले 21 दिनों तक घर में रहें. प्रधानमंत्री की इस अपील का पिछले कुछ दिनों की तुलना में आज ज्यादा असर भी देखने को मिल रहा है.


पिछले दो-तीन दिनों से दिल्ली में दाखिल होने वाले रास्तों पर जितना ट्रैफिक और गाड़ियां दिख रही थी आज उससे काफी कम ट्रैफिक और गाड़ियां नजर आ रही हैं.


नोएडा दिल्ली को जोड़ने वाले डीएनडी पर गाड़ियां बेहद कम


दिल्ली नोएडा और नोएडा दिल्ली को जोड़ने वाले डीएनडी फ्लाईवे की जो तस्वीर है वह भी यही बयां कर रही है कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद लोग उसका काफी हद तक पालन भी कर रहे हैं. डीएनडी पर जो भी गाड़ी आ रही है वह उन्हीं लोगों की है जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हुए हैं और जो भी गाड़ियां पार हो रही है वह बाकायदा अपना पहचान पत्र दिखाने के बाद ही दिल्ली या नोएडा में दाखिल हो रही हैं.


पिछले 3 दिनों की तुलना में गाड़ियों की संख्या में कमी आई


डीएनडी पर मौजूद पुलिस के जवान की इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि रविवार, सोमवार और मंगलवार की तुलना में आज यानी बुधवार को गाड़ियों की संख्या काफी कम है. सिर्फ वही लोग घरों से निकल रहे हैं जिनको घरों से निकलने की अनुमति है और इसी वजह से ऐसी गाड़ियां इक्की दुक्की के सामने आ रही है जिनको दिल्ली से नोएडा या नोएडा से दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी जा रही.


प्रधानमंत्री के लॉकडाउन के एलान के बाद दिख रहा है असर


गौरतलब है कि कोरोना के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री ने मंगलवार शाम 8 बजे देश को संबोधित करते हुए साफ कर दिया कि इस महामारी से निपटने के लिए देश के लोगों को सहयोग करना होगा और इस वजह से 21 दिन के लॉकडाउन का एलान किया गया.


प्रधानमंत्री ने भी साफ कर दिया था की लॉकडाउन कर्फ्यू से कम नहीं है और इसी वजह से लोग अपने घरों में रहें. प्रधानमंत्री के एलान के साथ ही पुलिस और प्रशासन ने भी निर्देश जारी कर दिए हैं कि जो भी लॉक लॉक डाउन के अनदेखी कर सड़कों पर निकलेंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


महामारी को फैलने से रोकने के लिए जरूरी है लॉकडाउन


फिलहाल देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 500 के पार पहुंच चुकी है और जिस तरह से विश्व में यह महामारी के तौर पर सामने आई है जरूरत इस बात की है कि देश में मरीजों की संख्या बढ़ने से रोका जाए क्योंकि सावधानी में ही बचाव है.


ये भी पढ़ें-


कोरोना वायरस: रद्द ट्रेनों की गलती से भी न करें टिकट कैंसिल, जानिए क्यों


Tokyo Olympics 2020: किरण रिजिजू ने कहा- खिलाड़ियों की अच्छाई के लिए ओलंपिक रद्द होना जरूरी था