माल्दा: देश में पैर पसार रही कोरोना वायरस महामारी से पश्चिम बंगाल का एक आईपीएस अफसर दोहरी जंग लड़ रहा है. यह आईपीएस एचएम रहमान हैं जो पश्चिम बंगाल के माल्दा जिले में तैनात हैं. माल्दा जिले में बतौर एडीशनल एसपी कार्यरत रहमान ने आईपीएस बनने से पहले एमबीबीएस और एमडी की डिग्री की थी. अब अपनी इस मेडिकल की पढ़ाई की नॉलेज का उपयोग वह अपने सहयोगियों की मदद के लिए कर रहे हैं.
रहमान के अनुसार वह पुलिस अधीक्षक (एसपी) आलोक राजोरा के प्रोत्साहित करने के बाद अपन साथी पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने लगे हैं. बकौल रहमान, "मैं एक पुलिसकर्मी होने के साथ-साथ एक डॉक्टर भी हूं. मुझे अपने साथियों को जानलेवा वायरस के के प्रति जागरूक करने और इस रोग को हराने के लिए सतर्क रहने की जिम्मेअदारी को भी पूरा करना है.''
फील्ड ड्यूटी वाले पुलिसकर्मियों को देते हैं सलाह
आईपीएस रहमान फील्ड ड्यूटी में जाने वाले पुलिसकर्मियों को सलाह और परामर्श देने का काम करते हैं. रहमान के अनुसार मालदा जिले में अब तक 250 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित चुके हैं. इन संक्रमित पुलिसकर्मियों में से 201 अब स्वस्थ हो गए हैं और 156 अब ड्यूटी पर भी वापस आ चुके हैं.
कोरोना वायरस से जंग लड़ने की रणनीति के बारे में रहमान ने बताया,‘‘ सबसे पहले हमने यह सुनिश्चित किया कि ज्यादा उम्र वाले पुलिसकर्मियों को इस समय ज्यादा जोखिम वाली जगहों पर तैनात न किया जाए. इसके साथ ही जो पुलिसकर्मियों संक्रमित थे, उनका मनोबल ऊंचा बनाए रखना मेरी जिम्मेिवारी थी. मैं इन लोगों से नियमित तौर पर बात करता था.'' रहमान के अनुसार वे अपने साथियों को जरूर नियमों का करने के लिए कहते हैं और 24 घंटे उनके लिए फोन पर उपलब्ध रहते हैं.
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