भारत में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल की क्या है स्थिति, सरकार ने दी ये जानकारी
आईसीएमआर के डीजी ने कहा कि कैंडिला और भारत बायोटेक ने फेज वन का ट्रायल पूरा कर लिया है. इजाजत मिलने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट तीसरे फेज का ट्रायल शुरू करेगी.
नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के डीजी प्रोफेसर बलराम भार्गव ने कहा कि भारत में तीन वैक्सीन का अभी क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है. कैंडिला और भारत बायोटेक ने फेज वन का ट्रायल पूरा कर लिया है. सीरम इंस्टीट्यूट फेज टू-बीथ्री ट्रायल पूरा कर चुकी है और क्लियरेंस के बाद फेज थ्री का ट्रायल (14 जगहों के 1500 मरीज के साथ) शुरू करेगी.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग 100 सालों से अधिक समय से किसी न किसी रूप में किया जाता रहा है और विभिन्न वायरस संक्रमणों के लिए किया जाता है. इसका उपयोग कोविड- 19 में किया जा रहा है. यह मदद करता है या नहीं अध्ययन किया जा रहा है.
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में 14 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश हैं जहां एक्टिव केस की संख्या पांच हजार से कम है. 18 ऐसे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश हैं जहां एक्टिव के की संख्या पांच हजार से पचास हजार के बीच है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश में औसत पॉजिटिविटी रेट 8.4 फीसदी है.
राजेश भूषण ने बताया कि भारत में इस समय ऑक्सीजन के उत्पादन की क्षमता 6900 मिट्रिक टन से ज्यादा है. ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. समस्या तब होती है जब आपके पास इन्वेंट्री प्रबंधन नहीं होता है. प्रत्येक राज्य को उचित इन्वेंट्री प्रबंधन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है ताकि समय पर ऑक्सीजन को फिर से भरा जा सके.