COVID-19: महाराष्ट्र में आए 229 नए मामले, दिल्ली में संक्रमित लोगों की संख्या 720 हुई
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 229 नए मामले सामने आए हैं. वहीं दिल्ली सरकार ने बताया कि कोरोना वायरस के 51 केस आए हैं.
नई दिल्ली: देश में आज संपूर्ण लॉकडाउन का 17वां दिन है. 14 अप्रैल लॉकडाउन का आखिरी दिन है लेकिन इस बीच कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 720 हो गई है. वहीं अब तक इस वायरस से 12 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का आंकड़ा 1364 हो गया है. यहां इस वायरस से अब तक 79 लोगों की मौत हो चुकी है.
महाराष्ट्र देश का पहला ऐसा राज्य बन चुका है जहां कोरोना के केस एक हजार की संख्या को पार कर गए हैं. सिर्फ मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 786 है, जो कई राज्यों के आंकड़ों की तुलना में ज्यादा है. मुंबई में इस वायरस से अब तक कुल 54 लोगों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र में 229 नए मामले आए हैं और 25 की मौत हुई है.
दिल्ली की सरकार ने बताया कि कोरोना वायरस के 51 नए मामले सामने आए हैं. इसमें 35 लोगों की ट्रैवेल हिस्ट्री सामने आई है. चार मामले मरकज से जुड़े हुए हैं. पांच लोगों को डिस्चार्ज किया गया वहीं तीन लोगों की मौत हुई है.
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन 21 हॉटस्पॉट का पता लगाया गया है वहां दिल्ली सरकार ऑपरेशन शील्ड (SHIELD) चलाएगी. केजरीवाल ने SHIELD का मतलब समझाते हुए गुरुवार को कहा कि जियोग्राफिकल मार्किंग के बाद कोरोना प्रभावित इलाके की तत्काल सीलिंग (S), इलाके में रहने वाले सभी लोगों का होम क्वारंटीन (H), पॉजिटिव केसेज के फर्स्ट और सेकेंड कॉन्टैक्ट्स की ट्रेसिंग और आइसोलेशन (I), जरूरी सामानों की सप्लाई एन्श्योर करना (E), अथॉरिटीज की ओर से इलाके का लोकल सैनिटाइजेशन (L) और डोर-टू-डोर हेल्थ चेक्स के जरिए इलाके के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग (D) है.
वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि मुंबई की घनी आबादी वाले इलाकों में लोगों को घर में रहने में कठिनाई हो रही है क्योंकि 10×10 फीट के कमरे में 15 लोग रहते हैं. इसलिए, हम सोशल डिस्डेंस को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें स्कूलों में ठहराने की योजना बना रहे हैं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुंबई में घनी आबादी वाले इलाकों में सामुदायिक शौचालयों की सफाई करना एक चुनौती है क्योंकि दिन भर में लगभग 200 लोग टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं. इसलिए, हम स्पीड जेट पंपों के जरिए हर घंटे ऐसे सामुदायिक शौचालयों को साफ करने के लिए फायर ब्रिगेड की तैनाती कर रहे हैं.
Exclusive: कैसे एक डॉक्टर की गलती से फैला संक्रमण और क्या है ‘भीलवाड़ा मॉडल’, सीएम अशोक गहलोत ने दी हर जानकारी