(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन के आज दो महीने पूरे, जानें अब क्या हैं हालात?
विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए 'मिशन वंदेभारत' जारी हैस्पेशल ट्रेनों के जरिए प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का सिलसिला जारी हैकई राज्यों में नियम और शर्तों के साथ बाजार और शराब की दुकानें खोल दी गई हैं.
नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लागू किए आज दो महीने पूरे हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी, जो कि 25 मार्च से लागू हुआ था. फिलहाल कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक जारी रहेगा. हालांकि लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.
दो महीनों में एक लाख से ज्यादा हुए मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अबतक एक लाख 31 हजार 868 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं 3867 लोगों की मौत हो चुकी है. 54 हजार 441 लोग ठीक भी हुए हैं. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 1577, गुजरात में 829, मध्य प्रदेश में 281, पश्चिम बंगाल में 269, राजस्थान में 160, दिल्ली में 231, उत्तर प्रदेश में 155, आंध्र प्रदेश में 56, तमिलनाडु में 103, तेलंगाना में 49, कर्नाटक में 42, पंजाब में 39, जम्मू-कश्मीर में 21, हरियाणा में 16, बिहार में 11, केरल में 4, झारखंड में 4, ओडिशा में 7, चंडीगढ़ में 3, हिमाचल प्रदेश में 3, असम में 4, और मेघालय में एक मौत हुई है. देश में रिकवरी रेट 41.28 फीसदी है.
केंद्र सरकार की ओर से बीते शुक्रवार को 5 गणितीय आकलन पेश किए गए. इन आकलनों में 15 मई तक के आंकड़ों के आधार पर लॉक डाउन के असर का अनुमान दिखाया गया था. सरकार ने दावा किया है कि लॉक डाउन ने कोरोना महामारी पर ब्रेक लगाने में क़ामयाबी हासिल की है. सरकार का दावा है कि अगर लॉक डाउन नहीं लगाया गया होता तो अबतक देश में कोरोना के औसतन 20 लाख मामले सामने आ गए होते, जबकि बीमारी से औसतन 54000 लोग जान गंवा चुके होते.
दो महीने बाद भी मजदूरों का पलायन जारी
लॉकडाउन लागू हुए दो महीने बाद भी देश में प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. सरकार ने मुताबिक कुल चार लाख मजदूरों में से करीब 75 लाख मजदूर अपने घर जा चुके हैं. हालांकि स्पेशन ट्रेन चलने के बावजूद अभी की हजारों मजदूर सड़क के रास्ते भूखे, पैदल अपने-अपने घर लौट रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि अब उनके पास पैसे नहीं हैं और वह ट्रेन टिकट खरीदने में भी असर्मथ हैं.
दो महीने बाद आज शुरू हुईं घरेलू उड़ान सेवा
वहीं, लॉकडाउन के बीच बस, ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद अब आज से घरेलू उड़ान सेवा भी शुरू हो गई है. करीब दो महीने तक उड़ानें निलंबित रहने के बाद घरेलू विमानों का संचालन देशभर में आज से बहाल हो गया है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 4 बजकर 45 मिनट पर पुणे के लिए सबसे पहली फ्लाइट रवाना हुई. आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को छोड़कर पूरे देश में देर रात से यात्री एयरपोर्ट यात्रियों को आना शुरू हो गया था.
अभी क्या-क्या हो रहा है?
- विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए 'मिशन वंदेभारत' जारी है
- स्पेशल ट्रेनों के जरिए प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का सिलसिला जारी है
- कई राज्यों में नियम और शर्तों के साथ बाजार और शराब की दुकानें खोल दी गई हैं.
- स्कूल-कॉलेज, मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर अभी भी पहले की तरह ही बंद रखने का फैसला लिया गया है.
- यूपी, बिहार और राजधानी दिल्ली में 50 फीसदी स्टाफ के साथ सरकारी और प्राइवेट दफ्तर खोल दिए गए हैं.
- कई राज्यों में स्थानीय इलाकों में बस सेवा भी शुरू कर दी हई है.
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