(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ब्रिटेन से दिल्ली आए 2 यात्री न्यू कोरोना स्ट्रेन पॉजिटिव पाए गए, जांच में देरी का आरोप लगाकर यात्रियों ने एयरपोर्ट पर किया हंगामा
ब्रिटेन से आनेवाले दो यात्री कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे विमान में 10 क्रू मेंबर और 10 शिशुओं समेत कुल 256 यात्री शामिल थे. उन्होंने जांच रिपोर्ट में देरी होने से एयरपोर्ट पर हंगामा किया.
Coronavirus: ब्रिटेन से शुक्रवार को भारत आनेवाले यात्रियों में दो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस तरह दिल्ली में ब्रिटेन से लौटे पॉजिटिव पाए गए लोगों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे विमान में 10 क्रू मेंबर और 10 शिशुओं समेत कुल 256 यात्री शामिल थे. उन्होंने कोरोना वायरस की जांच में देरी का आरोप लगाते हुए एयरपोर्ट पर हंगामा किया. अधिकारियों के समझाने पर उनका गुस्सा शांत हुआ.
एयरपोर्ट पर कोरोना जांच रिपोर्ट में देरी से हंगामा
गौरतलब है कि ब्रिटेन से आनेवाले सभी यात्रियों और क्रू मेंबरों का अपने खर्च पर कोरोना की जांच कराना अनिवार्य है. रिपोर्ट आने में करीब 6 घंटे का समय लगता है. इस दौरान सभी लोगों को रिपोर्ट के इंतजार में रुकना पड़ता है. शुक्रवार को जांच रिपोर्ट में देरी से एयरपोर्ट पर हंगामे की स्थिति बन गई. दिल्ली सरकार का नियम कहता है कि ब्रिटेन से आनेवाले यात्रियों की रिपोर्ट निगेटिव होने के बावजूद सेल्फ आईसोलेशन से पहले 7 दिन का सरकारी क्वारंटीन जरूरी है.
6 जनवरी से दोबारा शुरू हुई हैं ब्रिटेन की उड़ानें
ब्रिटेन में कोरोना वायरस की नई किस्म सामने आने के बाद भारत सरकार ने 23 दिसम्बर 2020 से ब्रिटेन जाने और आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, 6 जनवरी से विमान सेवा को फिर से बहाल कर गया है. सरकार ने तय किया है कि हर हफ्ते ब्रिटेन आने और जाने की कुल 30 उड़ाने होंगी. ब्रिटेन से 15 उड़ानें भारत आएंगी और भारत से 15 उड़ानें ब्रिटेन जाएंगी. फिलहाल ये नियम 23 जनवरी तक के लिए लागू किया गया है.
सरकार का कहना है कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को देखते हुए नियम को रिव्यू किया जाएगा. हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से उड़ानों पर प्रतिबंध को 31 जनवरी तक बढ़ाने की अपील की है. उन्होंने ब्रिटेन के कोरोना वायरस की नई किस्म को बेहद खतरनाक कैटेगरी में होने का हवाला दिया है. लेकिन केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार की अपील पर कोई टिप्पणी नहीं की है.