ग्रेटर नोएडा की इस सोसाइटी में बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक, कोरोना के चलते हुआ फैसला
सोसाइटी में अंदर आने से पहले लोगों का बॉडी टेंपरेचर चेक हो रहा है. साथ में उनको सैनिटाइज़र दिया जा रहा है.इस सोसाइटी के गॉर्डस हर किसी को चेक कर रहें हैं. रेणु एक हाउस वाइफ हैं, उनका कहना है कि सोसाइटी द्वारा उठाया गया सही क़दम है.
ग्रेटर नोएडा: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में लॉक डाउन जैसी स्थति पैदा हो गई है. सभी सामजिक, धार्मिक और राजनितिक कार्यक्रमों को स्थागित कर दिया गया है. सड़के खाली हैं. लोग बाहर निकालने से भी घबरा रहे हैं.
ग्रेटर नोएडा की गौर एवेन्यू सोसिएटी ने भी कोरोना से लड़ने के लिए एक मुहिम की शुरुआत की है. सोसाइटी ने फैसला लिया है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को वो अंदर नहीं आने देंगे. कोरोना को लेकर दहशत है इस वजह से गौर सिटी की सोसाइटी में डिलीवरी बॉय को भी अंदर जाने की इजाज़त नहीं है.सोसाइटी वालों ने ये फैसला कोरोना के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए लिया है. अब इस सोसाइटी में ना अख़बार वाला, ना ही डिलीवरी बॉय और ना ही काम करने वाली हेल्पर्स को अंदर आने दिया जाएगा. काम करने वाली हेल्पर्स को भी पेड लीव दी गई है.
सोसाइटी में रहने वाले अक्षय वशिष्ठ का कहना है कि इतनी दूर समान लेने के लिए आना मुश्किल तो है, लेकिन ये क़दम सुरक्षा के मद्देनज़र उठाया गया है और इसका हम स्वागत करतें हैं. वहीं, आर डब्लू ए के मेम्बर प्रखर का कहना है कि कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए सोसाइटी में सभी तरीके की तैयारियां की गई हैं.
सोसाइटी में अंदर आने से पहले लोगों का बॉडी टेंपरेचर चेक हो रहा है. साथ में उनको सैनिटाइज़र दिया जा रहा है. कचरा साफ करने वालों के अलावा बाहरी किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं आने दिया जा रहा. सभी तरह कि सावधानी बरती जा रही है.
इस सोसाइटी के गॉर्डस हर किसी को चेक कर रहें हैं. रेणु एक हाउस वाइफ हैं, उनका कहना है कि सोसाइटी द्वारा उठाया गया सही क़दम है. सोसाइटी में बच्चें और बुज़ुर्ग रहतें हैं, जिनको काफी खतरा है. ऐसे में सावधानी बरतना बेहद ज़रुरी है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ये लोग कोई भी चूक नहीं करना चाहते.ये भी पढ़ें:
कोरोना का असर: लखनऊ हवाई अड्डे पर होम क्वारंटीन किए गए लोगों के हाथों पर लग रहा है ठप्पा