'चीन से निकलेंगे कोरोना के नए वेरिएंट...घबराने की जरूरत नहीं, सावधानी बरतें'- एक्सपर्ट
टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है. भारत में स्थिति काफी बेहतर है, लेकिन लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें.
Expert On Coronavirus In India: चीन में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में रोजाना लाखों कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं. वहीं मृतकों की संख्या भी तेजी से ऊपर जा रही है. इस सबके बीच टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (बेंगलुरु) के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय लोगों में हाइब्रिड इम्युनिटी है और इस वजह से सब-वेरिएंट का कोई खास असर भारत में देखने को नहीं मिलेगा.
हालांकि, वैज्ञानिक ने कहा है कि लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि वायरस के प्रकोप के लिए एकमात्र टूल म्यूटेशन है. एएनआई से बात करते हुए टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा, "वे सभी ओमिक्रोन के सब वेरिएंट हैं और यह संक्रामकता के मामले में शक्तिशाली है. इस तरह यह नई चीजें प्राप्त करता रहता है और हमें आश्चर्यचकित करता रहता है."
'चीन से निकलेंगे और कोरोना के और वेरिएंट'
डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा, "हमें और अधिक सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इस वायरस का एकमात्र टूल म्यूटेशन है. अब चीन अगले कई महीनों के लिए इस वायरस के लिए खेल का मैदान है. इसका मतलब है कि वायरस के पास नए प्रयोग और कई वेरिएंट आजमाने का अच्छा मौका होगा और नए वेरिएंट वहां से निकलेंगे."
'कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी'
डॉ. मिश्रा ने नए वेरिएंट के बारे में चेतावनी दी और जीनोमिक निगरानी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी सुरक्षा कम नहीं करनी चाहिए और मास्क पहनने और सामाजिक दूरी जैसे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. डॉ. मिश्रा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कोरोना वैक्सीनेशन और हाइब्रिड इम्युनिटी के कारण भारत अच्छी स्थिति में है.
'चिंता या घबराने की कोई बात नहीं है'
उन्होंने कहा, "हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं और वास्तव में इस समय चिंता करने या घबराने की कोई बात नहीं है. वहीं अगर मैं चीन में स्थिति की व्याख्या करता हूं तो उन्होंने जीरो कोविड पॉलिसी का पालन किया जिसने बीमारी को फैलने नहीं दिया, इसलिए यह चीन में बीमारी की शुरुआत की ओर लौटने जैसा है. चीन ने किसी भी लहर को चरणबद्ध नहीं किया है."
भारत और चीन के बीच तुलना करते हुए डॉ. मिश्रा ने कहा कि भारत में प्रतिरक्षा का मजबूत संरक्षण है और चीन ने उस स्थिति को विकसित नहीं किया है. उन्होंने सब वेरिएंट और म्यूटेशन को ट्रैक करने के लिए अधिक परीक्षण, जीनोम सीक्वेंसिंग और पर्यावरण निगरानी पर जोर दिया.
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