नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों को लेकर आज प्रधानमंत्री द्वारा बनाए गए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की स्वास्थ्य मंत्रालय में बैठक हुई. इस बैठक मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी और जहाजरानी और पूर्व मंत्री मनसुख मांडवीया शामिल हुए. इनके अलावा इस बैठक में पहली बार कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी शामिल हुए.
साथ ही आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल प्रो बलराम भार्गव, राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और एम्स के डायरेक्टर इस बैठक में शामिल हुए. खास बात यह रही कि बैठक में जाने से पहले मंत्रियों और अधिकारियों के हाथों को सैनिटाइज करवाया गया. मीटिंग रूम में घुसने से पहले बाहर सैनिटाइजर रखवाया गया था.
बैठक में लगातार बढ़ते कोरोना के मामले पर आज चर्चा हुई. वहीं, इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से की जा रही तैयारियों का जायजा भी लिया गया. बैठक में आगे और क्या कदम उठाने की जरूरत है इस पर भी चर्चा हुई. बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने इन सब चीजों की जानकारी दी. इसके अलावा आईसीएमआर द्वारा कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर टेस्ट के बारे में भी मंत्री समूह को जानकारी दी गई.
मीडिया से बात करते हुए आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने बताया, "कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर हमने एक रैंडम सैम्पलिंग की है, जिसमे 50 लैब से 820 सैम्पल लिए गए थे उसकी रिपोर्ट निगेटव आई है. अब हम सैम्पलिंग का दायरा बढाएंगे. इस स्टडी के मुताबिक कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है."
आपको बता दें कि भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 173 हो गई है, जिसमे से 25 विदेशी मूल के नागरिक हैं. इस वायरस से संक्रमित 15 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं इस वायरस से 4 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं.
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