मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आज से Partial Lock Down यानी आंशिक बंदी पर अमल शुरू हो गया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वे बेहद जरूरी हो तब ही घरों से बाहर निकलें. उनकी इस अपील और Partial Lock Down का कितना असर हुआ है, जब हमने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि इसका मिलाजुला असर हो रहा है.


कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र में देखने मिल रहा है. हर दिन इस वायरस से ग्रस्त मरीजों की तादाद में इजाफा हो रहा है. ये महामारी अगले स्तर यानी तीसरे स्तर तक न फैले इसके लिये कई सारी हिदायतें महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगरपालिका की तरफ से दी जा रही हैं. भीड़ कम करने के लिये सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारियों की हाजिरी को ही मंजूरी दी गई है. बेस्ट की बसों में खड़े होकर सफर करने पर बंदिश लगा दी गई है.


मुंबई के बाहर आने-जानेवाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. मुंबई महानगरपालिका ने कई इलाकों में भीड़ कम करने के लिये एक दिन छोड़कर अगले दिन दुकानों को खोलने का नियम बनाया है. कई लोग इन बंदिशों का पालन कर रहे हैं, तो कई लापरवाही करते हुए भी पाये गये.


मुंबई के शिवाजी पार्क में सन्नाटा था. यहां दिनभर किक्रेट और फुटबॉल खेलते हुए युवा देखे जाते थे. मैदान का एक बड़ा हिस्सा आज खाली था. कोरोना वायरस के खतरे से बेपरवाह कुछ युवक एक कोने में जरूर फुटबॉल खेलते दिखे.


शिवाजी पार्क से कुछ आगे बढ़ने पर दादर मार्केट में रोज के मुकाबले भीड़ काफी कम थी. कई दुकानें बंद थीं. खुली हुई दुकानों पर पुलिस के साथ घूम घूमकर Partial Lock Down के तहत मुंबई महानगरपालिका के अधिकारी उन्हें बंद करने को कह रहे थे और दुकानदारों को बता बता रहे थे कि उन्हें दुकान अब एक दिन छोडकर खोलनी है. ज्यादातर दुकानदारों ने उनकी बात मानकर अपनी दुकानें बंद कर लीं, लेकिन कई दुकानदार अधिकारियों से बहस करने लगे और हंगामा खड़ा कर दिया.


दक्षिण मुंबई की मरीन ड्राईव की गिरगांव चौपाटी पर सन्नाटा पसरा हुआ था. आमतौर पर ये समुद्र तट पर्यटकों से गुलजार रहता है, लेकिन आज यहां कोई इंसान नजर नहीं आया.


मुंबई की पहचान गेटवे ऑफ इंडिया पर नजारा अलग था. यहां भी गिरगांव चौपाटी की तरह सन्नाटा होना चाहिये था, लेकिन यहां घूमने फिरने वालों की भीड़ दिखी. सैंकड़ों की तादाद में लोग यहां अपने परिवार के साथ मटरगश्ती करते नजर आये. कोई सेल्फी निकाल रहा था तो कोई समंदर किनारे बतिया रहा था. कई लोग अपने साथ छोटे छोटे बच्चों को भी लाये थे. ये लोग वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों की घर जाने की फरियाद अनसुना करते नजर आये.


ये भी पढ़ें:


कोरोना का असर: लखनऊ हवाई अड्डे पर होम क्वारंटीन किए गए लोगों के हाथों पर लग रहा है ठप्पा 


महाराष्ट्र में कोरोना के 49 मामले, 1965 और 71 की जंग याद करते हुए CM उद्धव बोले- यह भी वॉर अगेंस्ट वायरस है