उत्तर प्रदेश: कोरोना से संक्रमित या संदिग्ध मरीज़ों के अस्पताल से भागने की ख़बरों के बीच अब लखनऊ हवाई अड्डे पर नया प्रयोग किया जा रहा है. हवाई अड्डे पर जिन लोगों को संदिग्ध के तौर पर जांचा जा रहा है और उन्हें घर में अकेले रहने का निर्देश दिया जा रहा है, उनके हाथों पर एक मुहर लगाई जा रही है. ये मुहर भी कोई ऐसी वैसी मुहर नहीं है, बल्कि इसके लिए ख़ास इंक का इस्तेमाल किया जा रहा है.


ये इंक ठीक वैसी इंक है जो चुनावों में उंगली पर लगाने में इस्तेमाल की जाती है और कई दिनों तक मिटाए नहीं मिटती. ये सारी कवायद सिर्फ इसलिए की जा रही है, ताक़ि कोई संदिग्ध भागने या किसी से मिलने जुलने को निकले और अगर निकले तो आसानी से उसकी पहचान की जा सके.


हवाई अड्डों के ज़रिए कोरोना का संक्रमण फ़ैलने का ख़तरा सबसे ज़्यादा है. ऐसे में देश के हर हवाई अड्डे पर कोरोना हेल्प डेस्क बनाया गया है. कहीं से भी हवाई जहाज से आने वाले यात्री की थर्मल स्कैनिंग का काम डॉक्टरों की टीम कर रही है. हालांकि कई लोग डर या संकोच की वजह से जांच से बचते हैं या संदिग्ध पाए जाने पर भाग खड़े होते हैं.


ऐसे में लखनऊ हवाई अड्डे पर जांच के दायरे में आने वाले व्यक्ति की बाद में भी पहचान की जा सके, इसलिए अब एयरपोर्ट के हेल्प डेस्क पर हाथों पर ठप्पा लगाया जा रहा है. इस ठप्पे पर मुहर की छाप में लिखा है 'मुझे अपने देशवासियों को कोरोनामुक्त रखने पर गर्व है'. ये सभी ऐसे लोग हैं, जिन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटीन किया जा रहा है. ऐसे में संदिग्ध व्यक्ति अगर नियम तोड़कर बाहर निकलकर किसी से मिलने की कोशिश करता है तो आसानी से उसकी पहचान की जा सकती है.


आपको बता दें कि यूपी में अब तक कोरोना के 20 पॉज़िटिव मामले सामने आ चुके हैं. इसमें सबसे ज़्यादा आगरा और फिर राजधानी लखनऊ से हैं. नोएडा और गाज़ियाबाद में भी कोरोना के मरीज़ मिले हैं. इसके बाद से ही सरकार की तरफ से लगातार कोशिश की जा रही है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के हर संभव उपाय किये जायें.


स्कूलों समेत कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद करने के अलावा बहुत से एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. बावजूद इसके मामलों में हो रही बढ़ोतरी की वजह से अब संदिग्धों को पहचानकर उन्हें समाज से कुछ समय से दूर रखने की व्यवस्था की जा रही है. मुहर लगाकर होम क्वारंटीन किये गए लोगों को घरों तक सीमित रखने के लिए अब ये नया प्रयोग किया जा रहा है, देखना होगा आख़िर इसका कितना फ़ायदा कोरोना की रोकथाम में होता है.