लेह: पूरे देश की तरह शनिवार को देश की सबसे उत्तरी सीमा यानी लेह-लद्दाख में भी कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हुआ. लेह स्थित हार्ट सेंटर (अस्पताल) में उप-राज्यपाल आर के माथुर ने कोरोना सेंटर का उद्घाटन किया. पहले दिन करीब 100 हेल्थ-वर्कर्स और दूसरे फ्रंटलाइन-वर्कर्स को टीका लगा. जानकारी के मुताबिक, लेह-लद्दाख को पहले चरण में करीब 11 हजार वैक्सीन मिली हैं, जिनमें से चार हजार सेना और दूसरे सशस्त्र-बलों के लिए हैं.


इसके अलावा लेह स्थित आईटीबीपी ‌सेंटर में भी टीकाकरण कार्यक्रम हुआ. पहले चरण में आईटीबीपी के 20 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगा. इनमें तीन डॉक्टर्स और 17 पैरामैडिक स्टाफ शामिल हैं. तीन डॉक्टर्स में महिला सीएमओ, कात्यनी शर्मा पांडेय शामिल हैं.


कोविड वैक्सीनेशन के लिए सेना को कुल 4000 वैक्सीन दी गई हैं. सबसे पहले लद्दाख में तैनात सेना के फ्रंटलाइन वर्कर्स यानी सैन्य-डाक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ को वैक्सीन दी जाएगी.


जानकारी के मुताबिक, इन 4000 वैक्सीन में से कम से कम 3820 अकेले लद्दाख में तैनात सैनिकों (डॉक्टर्स इत्यादि) के लिए हैं. सूत्रों के मुताबिक, वैक्सीनेशन का ये पहला चरण है. जैसे-जैसे सरकार से वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी, दू‌सरी कमांड में तैनात फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा.


आपको बता दें कि लेह स्थित 14वीं कोर (फायर एंड फ्यूरी) की जिम्मेदारी ही पूर्वी लद्दाख में चीन से सटी एलएसी की सुरक्षा करना है, जहां पिछले आठ महीने से दोनों देशों की सेनाओं में तनातनी चल रही है.


लेह में मिलिट्री-हॉस्पिटल के अलावा हार्ट-सेंटर (अस्पताल) में भी देशभर की तरह कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम की शुरूआत हो जाएगी. इसके लिए बाकायदा पूरी तैयारी कर ली गई है. करीब छह हजार वैकसीन पहले चरण में इस सेंटर में लगाई जानी है.


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