नई दिल्ली: देश-दुनिया में कोरोना वायरस से आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है. वैश्किव स्तर पर इसके वैक्सीन को लेकर रिसर्च और ट्रायल चल रहे हैं. इनमें रूस का वैक्सीन स्पुतनिक वी चर्चा में है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट मुताबिक, इस वैक्सीन के 1.2 बिलियन डोज बुक हो चुके हैं. एशिया के करीब 10, साउथ अमेरिका और मिडिल इस्ट के देशों ने इसके डोज को बुक कराया है. इस लिस्ट में भारत का नाम भी शामिल है.


भारत में हैदराबाद के डॉ रेड्डी लैबोरेटरी ने इस वैक्सीन के 100 मिलियन डोज के वितरण और ट्रायल के लिए भागीदारी की है. रूसी डेवलपर्स भी भारत में वैक्सीन के निर्माण के लिए एक भारतीय पार्टनर की तलाश में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, सऊदी अरब और दूसरे देशों ने अपने लोगों के लिए रूसी टीका लाने के लिए डील किए हैं. इसके अलावा रूस ने दावा किया है कि लगभग दस और देश उससे वैक्सीन खरीदने के लिए बातचीत कर रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस को 1.2 डोज के लिए आवेदन मिले हैं.


बता दें कि स्पुतनिक वी वैक्सीन सार्वजनिक उपयोग के लिए नियामक अनुमोदन प्राप्त करने वाला पहला कोरोना वायरस वैक्सीन है, जिसे अगस्त के दूसरे सप्ताह में इजाजत मिली. इससे पहले चीन ने एक वैक्सीन के सीमित उपयोग की अनुमति दी थी.


भारत में वैक्सीन की स्थिति


गौरतलब है कि भारत में भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 86,961 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं और 1130 लोगों की जान भी चली गई है. भारत में कोरोना के खिलाफ बन रही तीन वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है, जिसमें से दो स्वदेशी हैं. पहली भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा बनाई वैक्सीन है. दूसरी जाईडस कैडिला (zydus cedilla) की है. ये दोनों वैक्सीन का फेस टू हयूमन ट्रायल चल रहा है. देश में करीब आठ वैक्सीन अभी तक डेवलप किए गए हैं.


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