नई दिल्ली: महामारी के इस समय में लोग पलायन ना करें और जहां हैं वहां रुक जाएं इसके लिए दिल्ली सरकार ने अलग-अलग जगह शेल्टर होम और रैन बसेरे बनाए हैं. एबीपी न्यूज़ की टीम निजामुद्दीन स्थित एक रेन बसेरे पर पहुंची. वहां के केयरटेकर ने बताया की पलायन कर रहे लोग यहां पहुंच तो रहे हैं लेकिन खाना खाकर और कुछ समय आराम करने के बाद यहां से वापस पैदल ही निकल जा रहे हैं. ये लोग यहां पर रुकने के लिए तैयार नहीं हैं.
लॉकडाउन लंबा चलने की आशंका और अपनो से मिलने की फिक्र
दिल्ली सरकार के साथ बड़ी संख्या में एनजीओ और आम जनता पलायन कर रहे लोगों के खाने की व्यवस्था कर रहे हैं. यह लोग सैकड़ों किलोमीटर कई दिनों से चले आ रहे हैं लेकिन रुकने को तैयार नहीं है . दरअसल इन लोगों का कहना है गांव में परिवार वाले चिंता कर रहे है. धीरे धीरे कर 2-4 दिन में पहुंच ही जाएंगे.
महामारी को लेकर नही है कोई चिंता
इन मजदूरों के पलायन के चलते डॉक्टरों को आशंका है यह बीमारी फैल सकती है. क्योंकि हाल ही में देखा गया था कि हजारों की संख्या में पलायन करने वाले मजदूर आनंद विहार इलाके में इकट्ठा हो गए थे और कुछ इसी तरह के दृश्य हर रोज बॉर्डर पर देखने को मिलते हैं . जहां पर सैकड़ों की संख्या में लोग पलायन कर रहे होते हैं और यह लोग ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हैं और ना ही अपनी सुरक्षा का.
ये भी पढ़ें-
जम्मू: कोरोना वायरस के चलते जिला प्रशासन ने पांच गांवों को किया रेड जोन घोषित
कोरोना: TRAI ने प्रीपेड वैलेडिटी प्लान बढ़ाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को लिखी चिट्ठी- रिपोर्ट