गढ़वाल विश्वविद्यालय के उपकुलपति के ठिकानों पर CBI की छापेमारी, धांधली का है आरोप
सीबीआई के मुताबिक इस मामले में जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई उनमें वाइस चांसलर जेएल कौल, वाइस चांसलर के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी डीएस नेगी के अलावा अनिल सैनी, अरविंद गुप्ता समेत अन्य लोग शामिल है.
नई दिल्ली: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के उपकुलपति और अन्य अधिकारियों द्वारा उससे जुड़े संस्थानों की मान्यता को लेकर हुई धांधली के आरोप में सीबीआई ने आज उपकुलपति समेत अनेक अधिकारियों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी देहरादून, श्रीनगर के अलावा नोएडा में की गई. इस छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक इस मामले में जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई उनमें वाइस चांसलर जेएल कौल, वाइस चांसलर के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी डीएस नेगी के अलावा अनिल सैनी, अरविंद गुप्ता, जीडीएस वारने, संजय चौधरी, जोगिंदर सिंह, समय प्राइवेट संस्थान शामिल है. सीबीआई के मुताबिक इस मामले में शिकायत के आधार पर आरंभिक जांच का मामला दर्ज किया था.
पहुंचाया गया फायदा
यह जांच उपकुलपति के 2014 से 2016 के कार्यकाल की बीच की गई धांधलियों को लेकर की गई थी. इस मामले में आरोप था कि इस विश्वविद्यालय से जुड़े अन्य संस्थानों को तमाम नियम कानून ताक पर रखकर उनकी मान्यताएं आगे बढ़ाई गई और अन्य फायदे भी दिए गए. यह भी आरोप है कि इस धांधली के चलते आरोपियों को अवैध तरीके से फायदा भी मिला.
पूछताछ भी होगी
इस मामले में की गई आरंभिक जांच के दौरान महत्वपूर्ण तथ्य मिलने पर सीबीआई ने इस मामले में तत्कालीन कुलपति समेत अन्य अधिकारियों और अलग-अलग निजी संस्थानों के खिलाफ विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत कुल 6 मामले दर्ज किए थे. इसी के तहत आज छापेमारी की गई थी. सीबीआई के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान अनेक बैंकों में रखे गए लॉकर्स की चाबियां भी बरामद हुई है जिन्हें अभी खोला जाना बाकी है. सीबीआई जल्द ही इस मामले के आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाएगी.
यह भी पढ़ें: 100 करोड़ की वसूली मामला: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान दर्ज करने के लिए ED भेजेगी समन