नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चारदीवारी के अंदर हवा में फैलने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि ये मुमकिन हो सकता है. ऐसे में अब घरों, दफ्तरों और फैक्टरियों आदि में कोरोना संक्रमण ज़्यादा देर तक हवा में बने रहने का खतरा है. इसी खतरे को कम करने के लिए देश का पहला UV रूम एयर सैनिटाइजर जल्द ही बाजार में दस्तक देने जा रहा है.


इस यूवी रूम सैनिटाइजर को नोएडा की लिंगो इम्पेक्स कंपनी ने तैयार किया है. महज़ 20 मिनट में एक सामान्य कमरे की हवा को ये पूरी तरह से वायरस फ्री कर देता है. कंपनी इसे जल्द ही बाजार में लॉन्च करने जा रही है. इसकी कीमत लगभग 1 लाख रुपये के आस पास होगी.


लिंगो इम्पेक्स के डायरेक्टर मुनीश शर्मा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि कंपनी ने ताइवान की एक कंपनी के साथ मिलकर इस अल्ट्रावायलेट रूम एयर सैनिटाइजर को तैयार किया है.


मुनीश शर्मा ने कहा कि यह रूम एयर सैनिटाइजर यूवी सी तकनीक पर काम करता है. यह तकनीक SARS फैमिली के वायरस को खत्म करने के मामले में पहले से स्थापित है. ऐसे में दुनिया में फिलहाल कोरोनावायरस को मारने वाली यही एक तकनीक है. इसी तकनीक पर काम कर कंपनी ने यह रूम एयर सैनिटाइजर तैयार किया है.


शर्मा ने बताया कि इस रूम एयर सैनिटाइजर की शुरुआती कीमत 100000 रूपये के आसपास होगी. कंपनी अगले 1 से 2 हफ्ते के दौरान इसे बाजार में लॉन्च करने वाली है.


कैसे काम करता है?
लिंगो इंपैक्स का यह अल्ट्रावायलेट रूम एयर सैनिटाइजर किसी कमरे में चालू करने पर 4 सेक्शन फैंस की मदद से कमरे में मौजूद हवा को अंदर की तरफ खींचता है. इसके बाद इस हवा को अल्ट्रावायलेट किरणों के चेंबर में घुमाया जाता है. इसके बाद एयर सैनिटाइजर के पीछे की तरफ लगे फैंस की मदद से हवा को वापस कमरे में छोड़ा जाता है.


लिंगो इंपैक्स के डायरेक्टर मुनीश शर्मा ने बताया कि जो हवा यूवी चैंबर से बाहर निकलती है वह पूरी तरह से वायरस और बैक्टीरिया मुक्त होती है. यह रूम एयर सैनिटाइजर UV C  तकनीक पर काम करता है जो कि SARS फैमिली के वायरस को मारने में सबसे बेहतर तकनीक मानी जाती है.


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