Karnataka First Donkey Farm: गधा (Donkey) ये शब्द सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है...एक ऐसा जानवर (Animal) जिसकी तुलना हम किसी को कम आंकने पर भी करते हैं और ज्यादा काम करने वालों पर भी करते हैं. कोई काम सही प्रकार से नहीं होता है तो भी इसी नाम को लेकर अपने गुस्से का इजहार भी कर देते हैं. गधा मज़दूरी करना ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी जबकि असलियत ये है कि गधा सबसे मेहनती जानवर (Hard Worker) है और इसी वजह से इंसान (Human) उससे ज़रूरत से बहुत ज़्यादा काम करवाता है. लेकिन यही गधा जब आपको लाखों कमा करके दे (Earning From Donkey) तो.


दरअसल कर्नाटक में एक व्यक्ति ने गधा फार्म खोला है जहां पर वो गधों का पालता है और उनसे पैसे कमाता है. के श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) से गधों की बदहाली देखी नहीं गई और उन्होंने गधों के लिए एक सेंटर बना दिया. उन्होंने गधों को संरक्षण दिया और अब उनके दूध से कमाई भी कर रहे हैं.


अब समझ आई गधे की महत्वता


श्रीनिवास बताते हैं कि जब उन्होंने गधा फार्म खोलने की चर्चा की तो कई लोगों ने मजाक बनाया. ये देश का दूसरा गधा फार्म है. पहला फार्म केरल के एर्नाकुलम जिले में है. श्रीनिवास ने इसे खोलने के पीछे की वजह बताई है. श्रीनिवास का कहना है कि वह गधों की दुर्दशा से हिल गए थे, जिन्हें अक्सर ठुकरा दिया जाता था. श्रीनिवास गौड़ा बेंगलुरू के पास रामनगरा के रहने वाले हैं. मेंगलुरू के पास उन्होंने डन्की फ़ार्म खोला है. गधों की बदहाली उनसे देखी नहीं गई और इसी वजह से उन्होंने इस तरह का सेंटर खोला है.


गधी का दूध बेचकर हो रही बम्पर कमाई


ग्रेजुएट श्रीनिवास (Srinivas Gowda) ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी (Software Company) में नौकरी (Job) छोड़ने के बाद सबसे पहले 2020 में इरा गांव में 2.3 एकड़ की जमीन पर एक एकीकृत कृषि और पशुपालन, पशु चिकित्सा सेवाएं, प्रशिक्षण और चारा विकास केंद्र शुरू किया. अब उनके फार्म (Farm) में में खरगोश (Rabbit) और कड़कनाथ मुर्गे भी हैं. गौड़ा ने कहा कि फार्म में 20 गधे (Donkey) होंगे. श्रीनिवास गधी का दूध (Donkey Milk) भी बेचते हैं. 30ml के पैकेट की कीमत 150 रुपये तक हो सकती है. वे सुपरमार्केट (Supermarket), मॉल (Mall) और दुकानों में गधी का दूध सप्लाई करते हैं. जल्द ही वे ब्यूटी प्रोडक्ट्स (Beauty Product) बनाने वाली कंपनी को भी दूध सप्लाई करेंगे और उन्हें 17 लाख रुपये का ऑर्डर भी मिल चुका है. उन्होंने बताया कि वे जल्द ही दूध का बॉटलिंग यूनिट लगाएंगे. गधे का यूरिन (Donkey Urine) भी 500 से 600 रुपये लीटर बिकता है और गधे का गोबर खाद बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.


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