देश की पहली पॉड टैक्सी (Pod taxi) नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी के बीच चलेगी. इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कार्पोरेशन लिमिटेड ने नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक 14 किमी के बीच चलेगा ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी के लिए फाइनल डीपीआर यमुना अथॉरिटी में पेश कर दिया. यमुना एक्स्प्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस डीपीआर को अब यीडा बोर्ड के समाने रखा जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसको सरकार को भेजा जाएगा. सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस दिशा में काम आगे बढ़ेगा.


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर तक पहुंचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम बढ़ गया है. यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) चलाने की योजना बनाई है. पॉड टैक्सी की डीपीआर बनाने के लिए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड कंपनी का चयन किया गया. इस पॉड टैक्सी में एक साथ 21 लोग सवार हो सकते हैं जिसमे 8 के सिटिंग की व्यवस्था की गई है जबकि 13 लोग खड़े होकर इस पॉड टैक्सी में सवारी कर सकते है. इसके साथ पॉड टैक्सी एलिवेटिग रोड पर चलाई जाएगी ताकि जमीन को और दूसरे कार्यो में भी इस्तमाल किया जा सके.


नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी के बीच चलेगी यह पॉड टैक्सी


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फिल्म सिटी की दूरी करीब 5.5 किलोमीटर है इसकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए इसको यीडा के सेक्टरों में भी इसका ट्रैक ले जाने का सुझाव डीपीआर में दिया गया है. यीडा के सेक्टर 21/34 से शुरू होकर 28,29,32 व 33 होते हुए सेक्टर 10,11,30,व 23E होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक जाएगी. नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी के बीच चलेगी यह पॉड टैक्सी. इसका हर सेक्टर में ठहराव निर्धारित किया गया है ताकि दुनिया के किसी कोने से नोएडा एयरपोर्ट आने वाले किसी भी सेक्टर में अपने हिसाब से जाया जा सके. यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में लगभग 810 करोड़ रुपए की लागत आएगी जिसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.


यीडा के सीईओ ने बताया कि भारत सरकार की संस्था इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने फाइनल डीपीआर जो दिया है उसके हिसाब से इसको विकसित करने के लिए पीपीपी मॉडल पर तीन सुझाव दिए हैं. इन सुझावों पर बोर्ड की बैठक में चर्चा होने के बाद प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. प्रदेश सरकार से मंजूरी लेकर ग्लोबल टेंडर के जरिए इसको विकसित करने के लिए कंपनी का चयन किया और जनवरी 2024 तक यह पूरी तरीके से बन कर तैयार हो जाएगी ताकि एयरपोर्ट के साथ ही इसका भी उद्घाटन कर इसको शुरू किया जा सके. 


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