मुंबई: मुंबई में वक्त पर खाना पहुंचाने के लिए मशहूर डिब्बेवाले अब आप तक कुरियर और पार्सल भी पहुंचाएंगे. ये सेवा कल से शुरू हो गई है. मुंबई में डब्बावालों की ये कूरियर सर्विस आज से ही शुरू हो रही है. मुंबई में डिब्बेवालों का इतिहास 126 साल का रहा है. ये डब्बेवाले ज्यादातर लोकल ट्रेन और साइकिल के जरिए टिफिन बाक्स की डिलीवरी करते हैं.


13 साल के बच्चे ने शुरु की सर्विस


डिब्बेवालों की आमदनी बढ़ाने के लिए  कुरियर और पार्सल की डिलीवर की सेवा आज से शुरू की जा रही है, ताकि वह टिफिन बाक्स पहुंचाने के बाद खाली वक्त में कुरियर और पार्सल डिलीवरी का काम करंगे. ‘पेपर्स एंड पार्सल्स’नाम की ये सर्विस तिलक मेहता नाम के 13 साल के बच्चे ने शुरु की है.


कैसे आया आइडिया?


हजारों लोगों तक कुरियर और पार्सल पहुंचाने के लिए तिलक ने एक मोबाइल ऐप बनाया है, जिसके ज़रिए घरों तक खाना पहुंचना और भी आसान हो जायेगा. इस बात का ख्याल 13 साल के तिलक को तब आया जब वह अपनी किताबे अपने चाचा के घर भूल आया था. किताब कूरियर से मिलने के बाद उसे ख्याल आया की कुरियर कितनी आसानी से किसी भी चीज़ को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाता है.


एप डाउनलोड करके ले सकेंगे सर्विस का लाभ


इस घटना के बाद जब उसने राह चलते एक डब्बेवाले से मिलकर उनकी तकलीफों को जाना, तब उसने कूरियर और डब्बेवालों की समस्या को एक साथ जोड़ने का फैसला कर लिया. इस मोबाइल एप का ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस्तेमाल कर सकेंगे. इसे डाउनलोड करके कोई भी व्यक्ति तुरंत कुरियर भेज सकेगा. जानकारी डालते ही कुछ ही देर में पार्सल या कुरियर लेने गांधी टोपी पहने डिब्बेवाला आपके दरवाजे पर आ जाएगा.


इससे डब्बेवालों को फायदा ही होगा, क्योकि वह अपने रोज़ के काम के साथ ही अपने खली समय में यह सर्विस देंगे, ताकि वे दिन में ज़ायदा से ज़ायदा नफा कमा पाए.



यह भी पढ़ें-


महाराष्ट्र: दूध आंदोलन चौथे दिन भी बेअसर, किसानों को ₹5 की सब्सिडी नहीं देगी सरकार


सूचना: ABP न्यूज़ अपने प्राइम टाइम प्रसारण के दौरान सिग्नल में दिक्कतों को दूर कर रहा है

अविश्वास प्रस्ताव: चर्चा से पहले BJP का सांसदों को व्हिप जारी, कांग्रेस बोली- हमारे पास है नंबर


अविश्वास प्रस्ताव: कैसे गड़बड़ाया कई गैर-एनडीए, गैर-यूपीए दलों का गणित ?