नई दिल्ली: एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' में अब लक्ष्मी की वकील अपर्णा भट्ट की भूमिका का भी जिक्र किया जाएगा. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पेशे से वकील अपर्णा भट्ट की अर्जी पर सुनवाई करते हुए फिल्म के निर्माता निर्देशक को निर्देश दिया है कि वह लक्ष्मी अग्रवाल की वकील रही अपर्णा भट्ट के नाम का भी जिक्र करें.


कौन है अपर्णा भट्ट


अपर्णा भट्ट वो वकील रही हैं जिन्होंने लक्ष्मी अग्रवाल के केस को लेकर अदालत में सालों तक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी. लेकिन जब फिल्म तैयार हुई तो अपर्णा भट्ट के नाम का जिक्र नहीं किया गया जिससे आहत होकर अपर्णा भट्ट ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाकर कहा कि "इस फिल्म को बनाने के दौरान फिल्म के निर्माता निर्देशक ने कई बार उनसे भी चर्चा की और भरोसा दिलाया था कि जब फिल्म बनकर तैयार होगी रिलीज होगी तब उनके योगदान का भी ज़िक्र किया जाएगा. लेकिन फिल्म बनकर तैयार भी हो गई और रिलीज़ भी हो रही है लेकिन उनके नाम का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया.


क्या था अपर्णा भट्ट का योगदान


अदालत में दायर याचिका में वकील अपर्णा भट्ट ने कहा था कि उन्होंने फिल्म के निर्माण में काफी मदद की थी. फिल्म की कहानी लिखने से लेकर शूटिंग तक में उन्होंने अपना योगदान दिया लेकिन उनके योगदान का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया. लिहाज़ा निर्माता-निर्देशक को निर्देश दिया जाए कि फ़िल्म प्रदर्शन के दौरान उनके योगदान का भी जिक्र किया जाना चाहिए.


लक्ष्मी के जज्बे को सलाम करने वाली फिल्म है छपाक


गौरतलब है कि दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म छपाक एसिड हमला झेल चुकी लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित फिल्म है. लक्ष्मी अग्रवाल ने खुद के लिए और बाकी एसिड अटैक सरवाइवर्स के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी है और उसमें उनका साथ अपर्णा भट्ट ने भी दिया था. लक्ष्मी अग्रवाल ने एसिड हमला झेलने के बाद भी हार नहीं मानी और हर तरह की दिक्कतों का सामना करने के बाद भी समाज के सामने एक मिसाल पेश की. फिल्म छपाक लक्ष्मी के उसी जज्बे को दिखाते हुए तैयार की गई है.